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ट्रंप गिरफ्तार फिर हो गए रिहा, लेकिन पत्नी कहां थी?

डॉनल्ड ट्रंप अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अदालत में पेश हुए। पुलिस ने गिरफ्तार किया और सुनवाई के बाद रिहा भी कर दिए गए। ट्रंप आपराधिक मामले में मुकदमे का सामना करने वाले अमेरिका के पहले पूर्व राष्ट्रपति हैं। भारतीय समय के अनुसार बीती रात करीब 11 बजे से लगभग 1 बजे तक यानी करीब 2 घंटे तक दुनियाभर की निगाहें न्यूयॉर्क में चल रही अदालती कार्रवाई पर टिकी रहीं क्योंकि अमेरिका में पहली बार किसी पूर्व राष्ट्रपति को इस तरह बेहद संगीन आरोप के चलते अदालत में पेश होकर पुलिस के शिकंजे में जाना पड़ा।

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ट्रंप गिरफ्तार फिर हो गए रिहा, लेकिन पत्नी कहां थी?

डॉनल्ड ट्रंप अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अदालत में पेश हुए। पुलिस ने गिरफ्तार किया और सुनवाई के बाद रिहा भी कर दिए गए। ट्रंप आपराधिक मामले में मुकदमे का सामना करने वाले अमेरिका के पहले पूर्व राष्ट्रपति हैं। भारतीय समय के अनुसार बीती रात करीब 11 बजे से लगभग 1 बजे तक यानी करीब 2 घंटे तक दुनियाभर की निगाहें न्यूयॉर्क में चल रही अदालती कार्रवाई पर टिकी रहीं क्योंकि अमेरिका में पहली बार किसी पूर्व राष्ट्रपति को इस तरह बेहद संगीन आरोप के चलते अदालत में पेश होकर पुलिस के शिकंजे में जाना पड़ा। 

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मैनहट्टन की ग्रैंड ज्यूरी की ओर से सीक्रेट पेमेंट के मामले में केस चलाए जाने की रजामंदी दिये जाने के बाद ट्रंप को मंगलवार को अदालत में सुनवाई के लिए पेश होने को कहा गया था नियत समय पर भारतीय समय के अनुसार रात करीब 11 बजे ट्रंप मैनहट्टन कोर्ट पहुंचे।करीब 11 बजकर 5 मिनट पर न्यूयॉर्क पुलिस ने मैनहट्टन कोर्ट पहुंचते ही ट्रंप को गिरफ्तार कर लिया। करीब 11 बजकर 55 मिनट पर कोर्ट में ट्रंप के फिंगरप्रिंट लिए गए। करीब 12 बजकर 5 मिनट पर ट्रंप सुनवाई के लिए कोर्टरूम में दाखिल हुए। 12 बजकर 16 मिनट पर ट्रंप ने कोर्ट में खुद को बेकसूर बताया। उन्होंने हेराफेरी के 34 मामलों में खुद को 'Not Guilty' करार दिया। ट्रंप के खिलाफ मामले की सुनवाई करीब 1 घंटे तक चली। रात 12 बजकर 56 मिनट पर कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई। इसके बाद कोर्ट ने ट्रंप को प्री-ट्रायल प्रतिबंधों के बिना रिहा करने का आदेश दिया।

तब ट्रंप कोर्टरूम से बाहर निकले और अपने काफिले के साथ रवाना हो गए। हालांकि, इस रिहाई का ये मतलब नहीं है कि ट्रंप के खिलाफ मामला खत्म हो गया है। दलीलें सुनने के बाद अदालत ने ट्रंप को करीब 1 लाख 22 हजार डॉलर का जुर्माना भरने का आदेश दिया। इस मामले में अगली सुनवाई चार दिसंबर को होगी। इस बीच, अदालत ने ट्रंप को सोशल मीडिया पोस्ट करने से आगाह किया है क्योंकि उनके किसी बयान से हंगामा खड़ा हो सकता है।ट्रंप ने पेशी से पहले ट्वीट करके पूरे मामले पर हैरानी जताते हुए कहा था कि विश्वास नहीं हो रहा, यह सब अमेरिका में हो रहा है। अक्सर विवादों में रहनेवाले ट्रंप को शायद भरोसा नहीं था कि इस तरह उन्हें अदालत में हाजिरी और गिरफ्तारी देनी पड़ेगी।

अदालत में पेशी को लेकर ट्रंप के समर्थकों का जमावड़ा न्यूयॉर्क में कोर्ट के बाहर और सड़कों पर देखा गया। वहीं, बड़ी तादाद में उनके विरोधी भी जगह-जगह नारेबाजी कर रहे थे औऱ गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। बवाल की आशंका को देखते हुए न्यूयॉर्क में ट्रंप टावर से लेकर मैनहट्टन कोर्ट तक 35,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। हालांकि, ट्रंप शांतिपूर्ण माहौल में अदालत में पेश हुए और फिर रिहा होकर वहां से रवाना हो गए। ट्रंप ने कोर्ट में पेशी से पहले मामले की सुनवाई मैनहट्टन से बाहर करने की मांग की थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि मैनहट्टन के जज और उनका परिवार उनका विरोधी है ट्रंप ने जज की बेटी पर उपऱाष्ट्रपति कमला हैरिस के लिए काम करने का आरोप भी लगाया । लेकिन, ट्रंप की एक न चली उन्हें आखिरकार अदालत और कानून के सामने झुकना पड़ा और पेश होकर गिरफ्तारी भी देनी पड़ी। ये बात और है कि ट्रंप सस्ते में ही जेल जाने से बच गए।
लेकिन, ये भी तय है कि उन्हें अभी अदालत के और चक्कर लगाने पड़ सकते हैं। 

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