
Israel-Hamas जंग से भारत के कारोबार पर क्या पड़ेगा असर ?
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस युद्ध की वजह से कच्चे तेल के दाम बढ़ने की आशंका है, जो महंगाई की मार झेल रहे भारत के लिए काफी चिंताजनक होगा। वहीं,कुछ दिन पहले गिरे सोने के दामों में आग लग गई है। आईटी कंपनियों का कारोबार दुनियाभर में होता है।

Israel-Hamas के बीच संघर्ष जारी है। इसकी वजह से भारत समेत दुनिया की अर्थव्यवस्था पर असर देखने को मिल सकता है, क्योंकि युद्ध कहीं भी हो इसका खामियाजा दुनिया को झेलना पड़ता है इसकी सबसे बड़ी वजह दुनिया एक वैश्विक गांव है एक दूसरे पर डिपेंड है। इस संघर्ष का खामियाजा उनको ज्यादा भुगतना पड़ सकता है जिनका कारोबार इजराइल से जुड़ा हुआ है। भारत और इजराइल के बीच कारोबार काफी बड़ा है। साल 2023 फरवरी में इजरायल के राजदूत ने बताया कि भारत और इजरायल का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों के बीच ट्रेड जो पहले 5 बिलियन डॉलर का था जो अब बढ़कर 10 बिलियन डॉलर से थोड़ा ज्यादा है। वित्त वर्ष 2023 में इजरायल को एक्सपोर्ट 8.5 बिलियन डॉलर और इंपोर्ट 2.3 बिलियन डॉलर है। पोर्ट, शिपिंग समते कई सेक्टर में भारत और इजराइल का कारोबार कई मायनों में अहम है। देश के दिग्गज कारोबारी Gautam Adani ने भी इजराइल में भारी भरकम निवेश किया हुआ है। बीते साल गौतम अडानी की कंपनी Adani Ports ने एक टेंडर जीता था। यह कॉन्ट्रैक्ट 1.8 बिलियन डॉलर का था। इस समझौते में अडानी की कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन और इजराइल की कंपनी Gadot Group में समझौता हुआ था। इन दोनों कंपनियों ने मिलकर Haifa Port के प्राइवेटाइजेशन का टेंडर जीता था। इस कंसोर्टियम में गौतम अडानी की कंपनी की हिस्सेदारी 70 फीसदी के करीब बताई जाती है। दरअसल यह पोर्ट शिपिंग कंटेनरों में इजराइल का सबसे बड़ा पोर्ट माना जाता है। अब युद्द जैसी स्थिति में देखना होगा कि कंपनी इसपर क्या कहती है।
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मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस युद्ध की वजह से कच्चे तेल के दाम बढ़ने की आशंका है, जो महंगाई की मार झेल रहे भारत के लिए काफी चिंताजनक होगा। वहीं,कुछ दिन पहले गिरे सोने के दामों में आग लग गई है। आईटी कंपनियों का कारोबार दुनियाभर में होता है। INFOSYS, HCL TECH, TCS ने तो हाल में ही इजराइल की कई कंपनियों के साथ करार किया है। इन्फोसिस ने तो इजराइल की कंपनी Panaya को 200 मिलियन डॉलर में खरीदा था। इसलिए आईटी के शेयरों पर इस युद्ध का असर पड़ सकता है। पोर्ट, शिपिंग के अलावा भारत और इजरायल के बीच हीरे का भी कारोबार बड़े पैमाने पर होता है। भारत और इजराइल के कुल कारोबार में हीरे के कारोबार की बड़ी हिस्सेदारी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 1990 तक दोनों देशों के बीच 20 करोड़ डॉलर का कारोबार हर साल होता था। जो अब अरबों डॉलर में पहुंच चुका है। इजराइल हमास के संघर्ष ज्यादा लंबा चलता है तो इसका असर भारत के साथ-साथ दुनिया पर भी पड़ सकता है और इसका परिणाम भयानक हो सकते हैं।
