Bournvita के विवाद की पूरी कहानी
कैडबरी ने भले ही एक इंफ्लूयंसर को नोटिस देकर मामले को रफा दफा करने की कोशिश की हो, लेकिन ये मामला सोशल मीडिया पर अभी भी वायरल हो रहा है।

कैडबरी ने भले ही एक इंफ्लूयंसर को नोटिस देकर मामले को रफा दफा करने की कोशिश की हो, लेकिन ये मामला सोशल मीडिया पर अभी भी वायरल हो रहा है। दरअसल रेवांत नाम के एक इंफ्लूएंसर ने एक वीडियो बनाकर दर्शको को दिखाया था कि कैसे बच्चों को दिए जाने वाले बॉर्नविटा ( Bournvita) में चीनी होती है जो सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है। इसके बाद कैडबरी ने रेवांत को लीगल नोटिस भेज दिया था।
लेकिन रेवांत के इस वीडियो को 12 मिलियन लोग देख चुके हैं। हालांकि बाद में प्रेशर में आकर रेवांत ने सफाई भी दी लेकिन तब तक ये वीडियो वायरल हो चुका था। रेवांत ने दावा किया था कि Bournvita में जरूरत से ज्यादा शुगर है और इससे बच्चों को कोई फायदा नहीं होता है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगो ने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि रेवांत की बात सही है और इसमें गलत कुछ भी नहीं है।
17 अप्रैल को, जीरोधा (Zerodha) के CEO नितिन कामथ ने कहा कि ऐसे उत्पादों में 'फ्रंट-ऑफ-पैकेज फूड लेबलिंग होनी चाहिए और प्रोडक्ट के ऊपर साफ-साफ लिखा होना चाहिए कि अंदर क्या-क्या और कितनी मात्रा में है। कामथ ने ये भी कहा कि पैकेजिंग पर ये भी लिखा होना चाहिए कि कितनी मात्रा में उपयोग किया जाना चाहिए। इसके अलावा कई और लोग भी इस विवाद में कूद गए।
सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कंपनी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर सफाई दी। कंपनी ने कहा कि इसमें विटामिन A, C, D आयरन, जिंक, कॉपर और सेलेनियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। कंपनी ने लिखा कि ये कई सालों से हमारे फॉर्मूलेशन का हिस्सा है।
लेकिन इसके बाद रेवांत को कंपनी की तरफ से एक नोटिस चला गया। रेवांत ने वीडियो हटाते हुए कहा, 'मैं वीडियो बनाने के लिए कैडबरी से माफी मांगता हूं। मैंने किसी ट्रेडमार्क का उल्लंघन करने या किसी कंपनी को बदनाम करने के इरादे से ऐसा नहीं किया था।मैं कंपनी से इस कार्रवाई को कानूनी रूप से आगे नहीं बढ़ाने का अनुरोध करता हूं।लेकिन बात चाहे जो हो, फिलहाल ये वीडियो व्हाट्सअप में घूम रहा है और लाखों लोग इसे देख चुके हैं। कई लोग रेवांत का समर्थन भी कर रहे हैं।