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Tata Steel: Tata Group की ये कंपनी कैसे मुनाफे से घाटे में चली गई?

आशंका है कि कंपनी जल्द ही अपने कर्मचारियों की छंटनी करेगी। हालांकि, छंटनी का असर भारतीय कर्मचारियों पर नहीं होने की उम्मीद है।  यह ले-ऑफ यूके में किये जाएंगे। कंपनी वेल्स में अपनी ब्लास्ट फर्नेस बंद करेगी। इसकी वजह से नौकरियों में कटौती की जा सकती है।

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टाटा स्टील को चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 6,511.16 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ है
टाटा स्टील को चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 6,511.16 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ है

इन दिनों कंपनियों की ओर से अपने तिमाही नतीजे जारी किए जा रहे हैं। कुछ कंपनियों की ओर से इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में शानदार प्रॉफिट कमाया गया है तो वहीं कुछ कंपनियों की ओर से दूसरी तिमाही में भारी घाटा उठाया गया है। वहीं भारी घाटा उठाने के मामले में अब एक देश की बड़ी कंपनी का नाम भी इसमें शामिल हो गया है। दरअसल, देश में स्टील सेक्टर से जुड़ी बड़ी कंपनियों में से एक Tata Steel ने वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही के लिए अपने रिजल्ट्स जारी किए हैं। इस दौरान कंपनी ने भारी घाटा दर्ज किया है। जहां पिछले साल ये इस कंपनी ने भारी मुनाफा कमाया था आखिर क्या हो गया टाटा की इस दुधारू गाय को चलिए समझते है। टाटा स्टील को चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 6,511.16 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ है। कंपनी ने बुधवार को शेयर बाजारों को यह जानकारी दी। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 1,297.06 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था।इसके साथ ही कंपनी की इनकम में भी कमी आई है और इनकम भी घट गई है। कंपनी की कुल आमदनी सितंबर, 2023 तिमाही में घटकर 55,910.16 करोड़ रुपये रह गई, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 60,206.78 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी का कुल खर्च इस तिमाही में 55,853.35 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल सितंबर तिमाही में 57,684.09 करोड़ रुपये रहा था। ऐसे में अब सवाल उठता है कि आखिर हजारों करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाने वाली टाटा स्टील को इस बार इतना भारी नुकसान कैसे हुआ है?

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कंपनी ने Britain की सरकार के साथ हाल ही में एक समझौता किया था जिसमें Blast Furnaces की जगह Electric Furnace लगाने की बात कही गई है। इससे लागत घटाने और पर्यावरण को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। यह समझौता करीब 61 करोड़ डॉलर का है। टाटा स्टील का UK ऑपरेशन दबाव में है। कंपनी को प्लांट को इको फ्रेंडली या कहें प्रदूषण मुक्त बनाना है इसलिए कंपनी इलेक्ट्रिक फर्नेस बना रही है। हालांकि इसकी वजह से कामकाज को बंद करना पड़ रहा है जिससे नुकसान हो रहा है। इसमें कंपनी पर 2631 करोड़ रुपये का एंपेयरमेंट चार्ज, रिस्ट्रक्चरिंग कॉस्ट के लिए 2425 करोड़ रुपये के प्रोविजन यानी कंपनी यूके की यूनिट पर काम कर रही है और कंपनी का फोक्स प्रदूषण मुक्त बनाने में हो रहा है जिससे कंपनी की इतनी कमाई नहीं हो रही है। दूसरी तरफ British Steel Pension Scheme को लेकर 1187 करोड़ रुपये के प्रोविजन का कंपनी पर बोझ पड़ा है।

कंपनी का कुल खर्च इस तिमाही में 55,853.35 करोड़ रुपये रहा
कंपनी का कुल खर्च इस तिमाही में 55,853.35 करोड़ रुपये रहा

वहीं 2 नवंबर गुरुवार को टाटा स्टील के शेयर के दाम में भी गिरावट देखने को मिली है। एनएसई पर टाटा स्टील का शेयर गिरावट के साथ 114.60 रुपये पर ओपन हुआ था। वहीं इस समय ये शेयर 116 रुपये के लेवल पर कारोबार कर रहा है। ऐसी आशंका है कि कंपनी जल्द ही अपने कर्मचारियों की छंटनी करेगी। हालांकि, छंटनी का असर भारतीय कर्मचारियों पर नहीं होने की उम्मीद है।  यह ले-ऑफ यूके में किये जाएंगे। कंपनी वेल्स में अपनी ब्लास्ट फर्नेस बंद करेगी। इसकी वजह से नौकरियों में कटौती की जा सकती है।

टाटा स्टील के शेयर
टाटा स्टील के शेयर