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मंदी के डर से इंफोसिस ने घटाई सैलरी

America और Europe में आए स्लोडाउन का असर भारतीय आईटी कंपनियों पर पड़ रहा है। इंफोसिस ने मार्च तिमाही में अपने कर्मचारियों की वेरियलबल पे में 40% तक की कटौती की है। इसका मतलब ये है कि कर्मचारियों को अब 60 प्रतिशत ही वेरियेबल पे मिलेगी। पिछले कुछ महीनों में, विप्रो, अमेज़ॅन, मेटा, एक्सेंचर और Google जैसी कंपनियों ने हजारों कर्मचारियों को निकाल दिया है।

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मंदी के डर से इंफोसिस ने घटाई सैलरी
मंदी के डर से इंफोसिस ने घटाई सैलरी

America और Europe में आए स्लोडाउन का असर भारतीय आईटी कंपनियों पर पड़ रहा है। इंफोसिस ने मार्च तिमाही में अपने कर्मचारियों की वेरियलबल पे में 40% तक की कटौती की है। इसका मतलब ये है कि कर्मचारियों को अब 60% ही वेरियेबल पे मिलेगी। पिछले कुछ महीनों में, विप्रो, अमेज़ॅन, मेटा, एक्सेंचर और Google जैसी कंपनियों ने हजारों कर्मचारियों को निकाल दिया है। इसके बाद आप आईटी सेक्टर की दिग्गज ने वेरियेबल पे में कटौती करने का ऐलान किया है। 

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एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी ने कर्मचारियों को एक ईमेल में कहा है कि भले ही 2022-2023 में कुल मिलाकर एक मजबूत प्रदर्शन रहा हो, लेकिन पिछली तिमाही  में उतार-चढ़ाव वाली घटनाओं की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। ईमेल में यह भी कहा गया है कि कर्मचारियों को बाज़ार में होने वाले बदलावों के बारे में सतर्क रहने की ज़रूरत है । इससे पहले इसी साल फरवरी में इंफोसिस ने 600 फ्रेशर्स को नौकरी से निकाल दिया था। आंतरिक परीक्षण पास करने में विफल रहने के बाद नौकरी से निकाल दिया था। 

इसी साल फरवरी में इंफोसिस ने 600 फ्रेशर्स को नौकरी से निकाल दिया था
इसी साल फरवरी में इंफोसिस ने 600 फ्रेशर्स को नौकरी से निकाल दिया था