कार खरीदने वालों को झटका! जनवरी से महंगी हो जाएगी इस कंपनी की कार - जानिए क्यों बढ़ेंगे दाम
फ्रांसीसी ऑटो दिग्गज रेनॉल्ट की भारतीय इकाई ने घोषणा की है कि वह जनवरी 2026 से अपनी कारों की कीमतों में 2 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करने जा रही है।

Car Prices Hike from Jan 2026: नए साल में अपनी पसंदीदा कार खरीदने का मन बना रहे लोगों की जेब पर बोझ बढ़ने वाला है। फ्रांसीसी ऑटो दिग्गज रेनॉल्ट (Renault) की भारतीय इकाई ने घोषणा की है कि वह जनवरी 2026 से अपनी कारों की कीमतों में 2 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करने जा रही है। अगर आप रेनॉल्ट की क्विड, ट्राइबर या काइगर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आपके पास पुराने दामों पर बुकिंग करने के लिए अब बहुत कम समय बचा है।
क्यों महंगी हो रही हैं गाड़ियां?
कीमतों में इस बढ़ोतरी के पीछे कंपनी ने बढ़ती लागत को मुख्य वजह बताया है। रेनॉल्ट इंडिया के मुताबिक, कच्चे माल की कीमतों में उछाल और मौजूदा आर्थिक हालातों (मैक्रोइकॉनॉमिक फैक्टर्स) की वजह से कंपनी को यह कदम उठाना पड़ा है। हालांकि, यह बढ़ोत्तरी सभी कारों पर एक समान नहीं होगी। कार के मॉडल और उसके वेरिएंट के आधार पर कीमत में बदलाव किया जाएगा।
एमजी मोटर और टाटा भी रेस में शामिल
रेनॉल्ट इकलौती ऐसी कंपनी नहीं है जो दाम बढ़ा रही है। कुछ ही दिन पहले जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर (JSW MG Motor) ने भी जनवरी 2026 से अपनी गाड़ियों के दाम 2 प्रतिशत तक बढ़ाने का एलान किया था।
उधर, टाटा मोटर्स के पैसेंजर व्हीकल मैनेजिंग डायरेक्टर, शैलेश चंद्रा ने भी संकेत दिया है कि उनकी कंपनी जल्द ही कीमतें बढ़ाएगी। उन्होंने कंपनी की एक बैठक में साफ कहा कि पिछली तीन तिमाहियों से उन्होंने कीमतें नहीं बढ़ाई हैं, लेकिन अब बढ़ी हुई लागत का बोझ ग्राहकों पर डालना मजबूरी हो गया है।
हैरानी की बात यह है कि भारतीय बाजार की सबसे बड़ी कंपनियां जैसे मारुति सुजुकी, हुंडई और महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अभी तक कीमतों में किसी तरह के बदलाव की घोषणा नहीं की है। वर्तमान में रेनॉल्ट और एमजी मोटर दोनों की भारतीय पैसेंजर व्हीकल मार्केट में करीब 1-1 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि आने वाले समय में गाड़ियों की मांग बढ़ेगी। टाटा मोटर्स के शैलेश चंद्रा के अनुसार, वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी छमाही में कारों की बिक्री में डबल डिजिट की बढ़त देखने को मिल सकती है। उनका अनुमान है कि भले ही वित्त वर्ष के शुरुआती महीनों में हल्की गिरावट रही हो, लेकिन पूरे साल का प्रदर्शन करीब 5 प्रतिशत की बढ़त के साथ खत्म हो सकता है।

