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दूसरी तिमाही में GDP ग्रोथ 7% रहने का अनुमान, देश में खूब हो रहा इन्वेस्टमेंट

गोल्डमैन सैश की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चुनावों के बाद भारत में निजी निवेश बढ़ेगा जिससे ग्रोथ इंजन को नया फ्यूल मिल सकता है।

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भारतीय अर्थव्यवस्था को इस बार के फेस्टिव सीजन से जबरदस्त बूस्ट मिला है
भारतीय अर्थव्यवस्था को इस बार के फेस्टिव सीजन से जबरदस्त बूस्ट मिला है

भारतीय अर्थव्यवस्था को इस बार के फेस्टिव सीजन से जबरदस्त बूस्ट मिला है। इस दौरान हुई बंपर खरीदारी और बढ़ते सरकारी निवेश ने दूसरी तिमाही का जीडीपी ग्रोथ अनुमान पीछे छूटने का भरोसा बढ़ा दिया है। हाल ही में RBI ने भरोसा जताया था कि जुलाई-सितंबर तिमाही में विकास दर अनुमान से अधिक हो सकती है। इसके बाद रेटिंग एजेंसी ICRA ने दूसरी तिमाही का ग्रोथ अनुमान 7 फीसदी कर दिया है। ICRA का कहना है कि GDP ग्रोथ रेट Monetary Policy Committee के अनुमान से ज्यादा होने की उम्मीद है। हालांकि ICRA ने 2023-24 की दूसरी तिमाही के लिए मायूसी भरा अनुमान जताया है। ICRA के मुताबिक असमान बारिश, कमोडिटी की कीमतों में आई थोड़ी कमी, चुनावों के करीब आने पर सरकारी खर्च में संभावित कमी, कमजोर बाहरी मांग और मॉनेटरी सख्ती के असर से अक्टूबर 2023 से मार्च 2024 तक GDP ग्रोथ में कमी की आशंका है। ऐसे में ICRA ने 2023-24 के GDP विकास अनुमान को 6 फीसदी पर बरकरार रखा है।

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जबकि RBI ने मौजूदा कारोबारी साल के लिए साढ़े 6 फीसदी की विकास दर का अनुमान लगाया है। इसमें बड़ा हाथ पहली छमाही का है क्योंकि अप्रैल से सितंबर के दौरान। देश में निवेश गतिविधि में मजबूती बनी रही। निवेश से संबंधित ग्यारह में से सात इंडिकेटर्स में मजबूती बनी हुई है । बाकी 4 इंडिकेटर्स में कम इजाफे के बावजूद डबल डिजिट में ग्रोथ दर्ज की जा रही है। इनमें कमर्शियल वाहनों के रजिस्ट्रेशन में साढ़े 13 फीसदी और  सीमेंट उत्पादन में 10.2 परसेंट की ग्रोथ दर्ज की गई है। इसके अलावा गोल्डमैन सैश की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चुनावों के बाद भारत में निजी निवेश बढ़ेगा जिससे ग्रोथ इंजन को नया फ्यूल मिल सकता है। इसके असर से 2024-25 में भारत का ग्रोथ रेट साढ़े 6 फीसदी तक जा सकता है। इसके साथ ही गोल्डमैन सैश ने कहा है कि भारतीय कॉरपोरेट सेक्टर को 2024 में 15 फीसदी प्रॉफिट होने का अनुमान है। वहीं 2025 में उद्योग जगत का मुनाफा 14 परसेंट होने का अनुमान है।