
Akasa Air: Akasa Air मामले में DGCA नहीं करेगा कोई हस्तक्षेप
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स ने कहा कि अकासा एयर की उड़ान रद्द करने की संख्या निराधार है और डीजीसीए इस विवाद में हस्तक्षेप नहीं कर सकता है। इसमें यह भी कहा गया कि सामूहिक इस्तीफे कर्मचारी असंतोष का संकेत हैं।

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने कहा कि वो Akasa Airlines के पायलट विवाद में कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा। गौरतलब है कि एयरलाइन के 43 पायलटों ने अचानक नौकरी छोड़ दी थी। अकासा एयर ने पहले एक कानूनी फाइलिंग में कहा था कि डीजीसीए के हस्तक्षेप न करने से एयरलाइन को ज्यादा दिक्कत हुई है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डीजीसीए ने 22 सितंबर को Delhi High Court में एक फाइलिंग में कहा कि अकासा एयर की याचिका को खारिज कर दिया जाना चाहिए क्योंकि रेग्युलेटर इस मामले में हस्तक्षेप करने में असमर्थ है। इसमें कहा गया है, ''डीजीसीए के पास किसी भी रोजगार अनुबंध में हस्तक्षेप करने की कोई शक्ति या अधिकार नहीं है।एयरलाइन के अनुसार, पायलटों के इस्तीफे के कारण उन्हें अगस्त में 630 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं हैं।
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इस बीच, फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स ने कहा कि अकासा एयर की उड़ान रद्द करने की संख्या निराधार है और डीजीसीए इस विवाद में हस्तक्षेप नहीं कर सकता है। इसमें यह भी कहा गया कि सामूहिक इस्तीफे कर्मचारी असंतोष का संकेत हैं।
(रॉयटर्स इनपुट के साथ)
