दिल्ली-मेरठ RRTS कॉरिडोर जल्द होगा शुरू, खत्म होने वाला है ट्रैफिक का झंझट
खिचरीपुर भूमिगत सुरंग को मेट्रो के ऊंचे खंड से जोड़ने वाले रैंप का निर्माण अंतिम चरण में है। यह RRTS कॉरिडोर बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके जरिए दिल्ली से मेरठ तक के यात्री तेजी से और सुरक्षित तरीके से यात्रा कर सकेंगे।

दिल्ली-मेरठ RRTS कॉरिडोर का काम तेजी से प्रगति पर है और लोगों को जल्द इसका फायदा मिलने जा रहा है। इस कॉरिडोर की यह विशेषता है कि दिल्ली मेट्रो के ब्लू लाइन के ऊपर से ये कॉरिडोर गुजरेगा। न्यू अशोक नगर मेट्रो स्टेशन के पास एक वायाडक्ट तैयार किया गया है। इसके साथ ही, आनंद विहार और न्यू अशोक नगर के बीच 5 किमी के ट्रैक बनाया गया है, जिसमें 2 किमी ट्रैक पहले से ही तैयार हैं। न्यू अशोक नगर से खिचरीपुर रैंप में ट्रैक बिछाने का काम भी तेजी से प्रगति पर है।
इसके अलावा, खिचरीपुर भूमिगत सुरंग को मेट्रो के ऊंचे खंड से जोड़ने वाले रैंप का निर्माण अंतिम चरण में है। यह RRTS कॉरिडोर बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके जरिए दिल्ली से मेरठ तक के यात्री तेजी से और सुरक्षित तरीके से यात्रा कर सकेंगे। इसे 'RAPIDX' के नाम से जाना जाता है, और यह केंद्र सरकार के साथ हरियाणा, राजस्थान, और उत्तर प्रदेश की सरकारों के साथ एक संयुक्त प्रयास है।
यह कॉरिडोर 2025 तक लोगों के उपयोग के लिए शुरू किये जाने का लक्ष्य है, जिससे दिल्ली के गाजियाबाद से मेरठ तक की यात्रा होगी आसान और तेज। इससे पहले, यह साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच 17 किमी लंबे प्राथमिकता वाले खंड पर परिचालन शुरू करेगा। इस RRTS कॉरिडोर के साथ, गाजियाबाद के लोगों को एक नया और सुविधाजनक यातायात विकल्प मिलेगा, जो उनकी जीवन को आसान बनाएगा और दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा।