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Delhi की सड़कों पर उतरीं 500 और Low-Floor Electric Buses, CM ने दिखाई हरी झंडी

नई बसें विकलांगों के अनुकूल, फुली एसी, जीरो पॉल्यूशन और शोर उत्सर्जित करने वाली और जीपीएस, सीसीटीवी व पैनिक बटन से लैस हैं। अधिकारी ने बताया कि पुरानी लो-फ्लोर बसों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जा रहा है और ध्यान परिवहन के टिकाऊ और स्वच्छ तरीकों पर है। 2025 तक, पुरानी बसों को लगभग पूरी तरह से हटा दिया जाएगा।

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राजधानी दिल्ली में पहली बार 500 इलेक्ट्रिक बसें एक साथ लॉन्च की गईं हैं
राजधानी दिल्ली में पहली बार 500 इलेक्ट्रिक बसें एक साथ लॉन्च की गईं हैं

राजधानी Delhi में पहली बार 500 इलेक्ट्रिक बसें एक साथ लॉन्च की गईं हैं। इन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन 500 बसों की लॉन्चिंग के बाद अब दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़कर 1200 से ज्यादा हो गई है। इन बसों में सीसीटीवी, लाइव ट्रैकिंग, पैनिक बटन समेत नई तकनीक हैं। अधिकारियों ने एजेंसी को बताया कि जनवरी 2022 से दिल्ली की सड़कों पर कम से कम 800 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं। इन बसों ने अब तक 42 मिलियन किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर ली है और अब तक 34,000 टन से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड को कम करने का काम किया है। आज से 500 इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली की सड़कों पर उतर रही हैं और E-बसों की संख्या अब 1300 हो गई है। 

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जानकारी के मुताबिक नई बसों के साथ दिल्ली की सड़कों पर कुल 1,300 इलेक्ट्रिक बसें हो गई हैं। ये किसी भी भारतीय शहर में सबसे अधिक है। 2025 तक दिल्ली में कुल 10,480 बसें होंगी, जिनमें बेड़े का 80% हिस्सा इलेक्ट्रिक बसों का होगा। इससे सालाना 4.67 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड में कटौती करने में मदद मिलेगी। बता दें कि नई बसें विकलांगों के अनुकूल, फुली एसी, जीरो पॉल्यूशन और शोर उत्सर्जित करने वाली और जीपीएस, सीसीटीवी व पैनिक बटन से लैस हैं। अधिकारी ने बताया कि पुरानी लो-फ्लोर बसों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जा रहा है और ध्यान परिवहन के टिकाऊ और स्वच्छ तरीकों पर है। 2025 तक, पुरानी बसों को लगभग पूरी तरह से हटा दिया जाएगा।