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महंगी कारें, बड़ा आश्रम... फिर भी प्रेमानंद जी की संपत्ति कितनी?

Premanand Ji Maharaj Net Worth: कई लोग प्रमानंद महाराज को काफी मानते हैं। आर्टिकल में जानते हैं कि प्रेमानंद जी की नेट वर्थ कितनी है?

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प्रेमानंद जी महाराज, जिन्हें श्रद्धालु श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज के नाम से भी जानते हैं। आज देशभर में भक्ति, सेवा और साधना का प्रतीक माने जाते हैं। लेकिन, कम ही लोग जानते हैं कि प्रेमानंद महाराज का जीवन कभी इतना संघर्षपूर्ण था कि खाने तक को पैसे नहीं थे। वहीं, आज उनके नाम करोड़ों की संपत्ति और लाखों भक्तों से जुड़ा है।

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भक्ति से भरा जीवन और लाखों फॉलोअर्स

प्रेमानंद जी महाराज का सत्संग सुनने और दर्शन करने रोजाना सैकड़ों लोग वृंदावन में उनके आश्रम “श्री हित राधा केलि कुंज” पहुंचते हैं। उनके फॉलोअर्स में विराट कोहली और अनुष्का शर्मा जैसे नाम भी शामिल हैं। उनके शब्दों में इतनी गहराई होती है कि लोग उन्हें सुनकर अपनी जीवन दिशा बदल लेते हैं।

गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं महाराज जी

एक रिपोर्ट के अनुसार प्रेमानंद जी महाराज ऑटोसोमल डोमिनेंट पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज (ADPKD) से पीड़ित हैं। यह एक अनुवांशिक बीमारी है, जिसमें किडनी में सिस्ट बनते हैं और समय के साथ दोनों किडनियां खराब हो जाती हैं। बताया जाता है कि उनकी किडनियां पिछले 18-20 साल से खराब हैं, लेकिन फिर भी उनका जीवन भगवान की भक्ति और सेवा में समर्पित है।

प्रेमानंद जी को हफ्ते में तीन बार डायलिसिस कराना पड़ता है। डॉक्टरों की टीम आश्रम में ही आकर यह प्रोसेस करती है। एक बार की डायलिसिस पर करीब 2000 रुपये खर्च होते हैं। ऐसे में सालभर में डायलिसिस का खर्च करीब 9.36 लाख रुपये पहुंच जाता है। उन्होंने अपनी दोनों किडनियों के नाम “राधा” और “कृष्ण” रखे हैं, जो उनके भक्ति भाव को दर्शाता है।

कभी नहीं थे खाने को पैसे

एक समय था जब प्रेमानंद जी महाराज इतने बीमार थे कि उनके पास खाने तक के पैसे नहीं थे। एक बार वृंदावन के काली देह क्षेत्र में उन्होंने भोजन मांगा, लेकिन उन्हें इतना कम खाना मिला कि उनका पेट भी नहीं भर पाया। उस दिन उन्होंने भगवान से सवाल किया कि "ऐसी परीक्षा क्यों?" उसी दिन से उनके जीवन में बदलाव आने शुरू हुए।

आज है वृंदावन में आलीशान आश्रम

कई बार महाराज को महंगी कारों में देखा गया, जिससे उनकी संपत्ति को लेकर भ्रम पैदा हुआ। लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि ये वाहन उनके नहीं, बल्कि भक्तों के हैं, जो उन्हें सेवा भाव से उपलब्ध कराते हैं।

उनका आश्रम वृंदावन के परिक्रमा मार्ग और इस्कॉन मंदिर के पास स्थित है। इस क्षेत्र में रियल एस्टेट की कीमतें काफी ऊंची हैं। उदाहरण के तौर पर:

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  • 784 वर्ग फीट का फ्लैट: ₹65 लाख (गोविंद आराधना)
  • 600 वर्ग फीट: ₹40 लाख (पुष्पांजलि बैकुंठ)
  • 950 वर्ग फीट: ₹75 लाख (संस्कार सिटी)

हालांकि ये संपत्तियां भी महाराज के नाम पर नहीं हैं।