BT Exclusive: ग्रेटर नोएडा में बनेगा iPhone! Foxconn कर रहा बड़ी तैयारी
BT के Exclusive रिपोर्ट के मुताबिक यूपी सरकार के अधिकारियों और ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन के प्रतिनिधियों ने प्रस्तावित प्रोजेक्ट पर दिल्ली और लखनऊ में दो दौर की बैठकें पहले ही कर ली हैं।

iPhone Factory in Greater Noida: एप्पल के आईफोन (iPhone) की सबसे बड़ी मैन्यूफैक्चरर फॉक्सकॉन (Foxconn) यूपी के ग्रेटर नोएडा में फोन मैन्यूफैक्चरिंग की फैक्ट्री लगाने का प्लान कर रही है।
BT के Exclusive रिपोर्ट के मुताबिक यूपी सरकार के अधिकारियों और ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन के प्रतिनिधियों ने प्रस्तावित प्रोजेक्ट पर दिल्ली और लखनऊ में दो दौर की बैठकें पहले ही कर ली हैं। ग्रेटर नोएडा की यह फैक्ट्री, फॉक्सकॉन के देश में मौजूदा बेस में और वृद्धि करेगी, जो कि ग्लोबल स्तर पर एप्पल की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट मैन्यूफैक्चरर है।
सूत्रों के मुताबिक यह फैक्ट्री करीब 300 एकड़ जमीन पर बनेगी। यह फॉक्सकॉन और एचसीएल के बीच आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट सुविधा के लिए 50 एकड़ के संयुक्त उद्यम प्रोजेक्ट के अलावा होगा।
इस बीच, इस साल के शुरुआत में आए रिपोर्टों के मुताबिक यह पता चला था कि एचसीएल-फॉक्सकॉन संयुक्त उद्यम, जो इस नए फैक्ट्री से अलग है, ने सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्टिंग (OSAT) सुविधा के लिए लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के साथ-साथ ताइवान की प्रमुख कंपनी CTCI के साथ बातचीत शुरू कर दी है।
इस ज्वाइंट वेंचर (JV) को अब कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार है। खबर है कि फॉक्सकॉन इस JV में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने के लिए 37.2 मिलियन डॉलर का निवेश कर रही है।
फॉक्सकॉन की नई फैक्ट्री से 40,000 रोजगार के अवसर होंगे पैदा
यूपी के ग्रेटर नोएडा में फोन मैन्यूफैक्चरिंग की फैक्ट्री लगने से 40,000 लोगों को नौकरियां मिल सकती है और इसमें परिसर के अंदर सभी वर्कर्स के लिए आवास भी शामिल हो सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार इस प्रोजेक्ट में रुचि ले रही है, क्योंकि नोएडा-ग्रेटर नोएडा क्षेत्र पहले से ही देश से होने वाले कुल मोबाइल फोन निर्यात में लगभग 50 प्रतिशत का योगदान देता है। सूत्रों ने बताया कि एप्पल के लिए फैक्ट्री उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश से बेहतर कोई जगह नहीं है। नोएडा में इसकी स्थापना से इस क्षेत्र में इकोसिस्टम को बढ़ावा मिलेगा
फॉक्सकॉन ने 2023 में श्रीपेरंबदूर में तमिलनाडु की अपनी फैसिलिटी में आईफोन 15 का निर्माण शुरू किया था। ट्रम्प के टैरिफ की घोषणा के तुरंत बाद ही एप्पल ने 600 टन आईफोन या 1.5 मिलियन तक अमेरिका को भेजे।
कंपनी ने चेन्नई एयरपोर्ट पर कस्टम क्लियर करने में लगने वाले समय को 30 घंटे से घटाकर छह घंटे करने के लिए भारतीय एयरपोर्ट अधिकारियों से पैरवी की है।