Daylight Saving Time 2025: एक घंटे पीछे चला गया समय, इन देशों में क्यों बदली टाइमिंग?
Daylight Saving Time 2025: दुनिया के कई देशों में समय एक घंटे पीछे चला गया है। हर साल घड़ी को एक घंटे पीछे किया जाता है। आर्टिकल में जानते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है।

दुनिया में कई देशों की घड़ी एक घंटे पीछे हो गई है। सुनकर काफी हैरानी होगी, लेकिन यह सच है। दरअसलस, साल में दो बार घड़ी के समय में बदलाव किया जाता है। यह बदलाव केवल कुछ देशों में ही होता है। इस बदलाव को daylight saving time कहा जाता है। साल 2025 में पहली बार घड़ी को एक घंटे पीछे कर दिया गया। अब कुछ महीनों बाद इसे फिर से बदला जाएगा।
डेलाइट सेविंग टाइम क्या है? (What is daylight saving time?)
डेलाइट सेविंग टाइम (DST) एक तरीका है, जिसके तहत गर्मियों में घड़ियों को 1 घंटे आगे बढ़ा दिया जाता है ताकि शाम को ज्यादा रोशनी मिल सके। स्प्रिंग फॉरवर्ड में घड़ी को 1 घंटा आगे किया जाता है। वहीं, फॉल बैक में घड़ी को 1 घंटा पीछे किया जाता है। इसका उद्देश्य दिन की रोशनी का ज्यादा यूज करना है, जिससे बिजली की सेविंग हो।
डेलाइट सेविंग टाइम 2025 कब शुरू होगा? (When does daylight saving time start in 2025?)
डेलाइट सेविंग टाइम 2025 9 मार्च 2025 से रात 2:00 बजे से शुरू हो गया है।
डेलाइट सेविंग टाइम कब समाप्त होगा? (When does daylight saving time end?)
डेलाइट सेविंग टाइम 2025 2 नवंबर 2025 को खत्म होगा। इस दौरान "फॉल बैक" के तहत घड़ियों को 1 घंटा पीछे किया जाएगा और फिर से स्टैंडर्ड टाइम लागू होगा।
कौन-कौन से देश DST को फॉलो करते हैं? (Who follows DST?)
अमेरिका, कनाडा, यूरोप के अधिकांश देश डेलाइट सेविंग टाइम को फॉलो करते हैं। हालांकि, कई जगह पर इसे अपनाया नहीं जाता है। जैसे- अमेरिकन समोआ, हवाई, एरिजोना का अधिकांश हिस्सा, भारत और जापान में इसे DST को फॉलो नहीं किया जा सकता।
अमेरिका में समय बदलने की इस प्रोसेस का कई लोग विरोध कर रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी दिसंबर 2024 में एक पोस्ट में कहा था कि रिपब्लिकन पार्टी इसे खत्म करने के लिए कोशिश करेगी।
डेलाइट सेविंग टाइम का इतिहास (History of Daylight saving time)
साल 1916 में सबसे पहले जर्मनी और ऑस्ट्रिया ने इसे अपनाया था ताकि ईंधन की बचत हो सके। इसके बाद वर्ष 1942-1945 में अमेरिका में राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट ने "वॉर टाइम" लागू किया था, जिसमें पूरे साल DST रखा गया था।
डेलाइट सेविंग टाइम के फायदे (Benefits of Daylight saving time)
इससे बिजली की सेविंग होती है। लोगों को ज्यादा समय तक दिन की रोशनी मिलती है, जिससे आउटडोर एक्टिविटीज बढ़ती हैं। हालांकि, Daylight saving time से नींद का पैटर्न बिगड़ सकता है। ऐसे में थकान, तनाव और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।