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सरकार पहले फेज में एलआईसी में 2.5%-3% हिस्सेदारी बेच सकती है: रिपोर्ट

इस ऑफर फॉर सेल (OFS) के लिए Motilal Oswal और IDBI Capital को बैंकर नियुक्त किया गया है। सटीक हिस्सेदारी और मूल्य निर्धारण रोडशो के बाद तय किया जाएगा। इस बिक्री से सरकार को ₹14,000 से ₹17,000 करोड़ की इनकम होने की उम्मीद है।

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LIC Stake Sale: सरकार Life Insurance Corporation (LIC) में हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया को शुरू करने जा रही है। अगले दो हफ्तों में रोडशो शुरू करने की योजना है, जिसके जरिए निवेशकों को प्रस्तावित बिक्री के लिए आकर्षित किया जाएगा। CNBC-TV18 की रिपोर्ट के अनुसार, पहले फेज में सरकार 2.5% से 3% हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रही है।

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इस ऑफर फॉर सेल (OFS) के लिए Motilal Oswal और IDBI Capital को बैंकर नियुक्त किया गया है। सटीक हिस्सेदारी और मूल्य निर्धारण रोडशो के बाद तय किया जाएगा। इस बिक्री से सरकार को ₹14,000 से ₹17,000 करोड़ की इनकम होने की उम्मीद है।

सरकार के पार कितनी हिस्सेदारी?

वर्तमान में सरकार के पास LIC में 96.5% हिस्सेदारी है।

बाजार नियामक SEBI ने निर्देश दिया है कि LIC को मई 2027 तक अपनी पब्लिक शेयरहोल्डिंग 10% तक बढ़ानी होगी, जो फिलहाल सिर्फ 3.5% है। सरकार ने FY26 के लिए ₹47,000 करोड़ का विनिवेश लक्ष्य रखा है, जिसमें LIC की हिस्सेदारी बिक्री एक प्रमुख स्रोत होगी।

Q1 में LIC का मुनाफा और बिजनेस ग्रोथ

हाल ही में LIC ने Q1 FY26 में 5% की सालाना बढ़ोतरी के साथ ₹10,987 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। प्रीमियम इनकम ₹1.19 लाख करोड़ रही, जिसमें 6% की वृद्धि रिन्युअल प्रीमियम्स से आई।

नई पॉलिसियों से लाभ दर्शाने वाला Value of New Business (VNB) 20.75% बढ़ा, और VNB मार्जिन 15.4% तक पहुंच गया। साथ ही, Annualised Premium Equivalent (APE) में 9.45% की वृद्धि हुई। LIC का सॉल्वेंसी रेशियो 2.17 हो गया, जो वित्तीय स्थिरता का संकेत है।

एक और अहम पहल में, LIC ने बॉन्ड Forward Rate Agreements (FRA) बाजार में कदम रखा है, जहां उसने 10 से अधिक घरेलू और विदेशी बैंकों के साथ डील की है। एक्सपर्ट का मानना है कि LIC की भागीदारी से लंबी अवधि के सरकारी बॉन्ड्स की मांग को सपोर्ट मिलेगा।