आ गई AI क्रांति, ₹1000 करोड़ की डील से बदलेगा ग्रामीण भारत का भविष्य
ग्रामीण भारत में बड़ा बदलाव लाने के लिए कैल्कुलस ग्रुप और HRDS INDIA ने ₹1000 करोड़ (लगभग 120 मिलियन डॉलर) का समझौता किया है। इस डील के बारे में आर्टिकल में जानते हैं।

ग्रामीण भारत में बड़ा बदलाव लाने के लिए कैल्कुलस ग्रुप और HRDS INDIA ने ₹1000 करोड़ (लगभग 120 मिलियन डॉलर) का समझौता किया है। इस डील का मकसद गांवों में AI (Artificial Intelligence) के जरिए सुविधाएं देना है, ताकि वहां के लोग भी तकनीक का फायदा उठा सकें।
क्या है इस समझौते का मतलब?
कैल्कुलस ग्रुप, जो तकनीक से जुड़े काम करता है, वह HRDS INDIA के साथ मिलकर गांवों में AI से जुड़े प्रोजेक्ट्स करेगा। इसमें साफ-सफाई, इंटरनेट से जुड़े उपकरण (IoT), और डिजिटल सर्विस दी जाएंगी। इससे 7 करोड़ से ज्यादा ग्रामीण परिवारों को मदद मिलेगी।
गांवों में कैसे होगा फायदा?
इस डील से गांवों में AI और IoT का इस्तेमाल होगा, जिससे वहां की साफ-सफाई, पानी और हेल्थ जैसी जरूरतें आसानी से पूरी हो सकेंगी। इससे गांवों के लोग भी तकनीकी रूप से सशक्त होंगे और उनका जीवन बेहतर बनेगा।
कैल्कुलस ग्रुप के सीईओ सूरज वासुदेवन ने कहा कि यह सिर्फ एक समझौता नहीं, बल्कि एक बदलाव की शुरुआत है। हम चाहते हैं कि गांवों में रहने वाले लोग भी तकनीक से जुड़े और आगे बढ़ें। हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि ये पहल हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सस्टेनेबल और समावेशी विकास के दृष्टिकोण के अनुरूप हो। यह केवल आज की बात नहीं है, बल्कि भविष्य के भारत – विजन 2047 को बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह प्रोजेक्ट विजन 2047 के तहत है, जिसमें भारत को आगे बढ़ाने का सपना देखा जा रहा है। इस पहल से गांवों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी और डिजिटल ज्ञान भी बढ़ेगा।
कौन हैं कैल्कुलस ग्रुप और HRDS INDIA?
कैल्कुलस ग्रुप एक तकनीकी कंपनी है, जो AI, IoT और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में काम करती है। वहीं, HRDS INDIA एक NGO है, जो आदिवासी और गरीब लोगों की मदद करने के लिए काम करता है।
