Rapid Train Stations: मोर पंख का लुक, देखें तस्वीरें
भारत की पहली रैपिड रेल का लोगों को बेसब्री से इंतजार है। इसका काम भी तेज गति से आगे बढ़ रहा है। अब रैपिड रेल के लिए बने स्टेशनों की तस्वीरें सामने आई हैं, जो मोरपंख के रंगों से प्रेरित है।

भारत की पहली Rapid Rail का लोगों को बेसब्री से इंतजार है। इसका काम भी तेज गति से आगे बढ़ रहा है। अब रैपिड रेल के लिए बने स्टेशनों की तस्वीरें सामने आई हैं, जो मोरपंख के रंगों से प्रेरित है। NCRTC द्वारा भारत के प्रथम रीजनल रेल कॉरिडोर के लिए बनाए गए रैपिडएक्स स्टेशनों का काम लगभग पूरा हो चुका है। इन स्टेशनों के रंगों की प्रेरणा मोरपंख के रंगों से ली गई है। यह पूरा कॉरिडोर मोरपंख के रंगों की रंगावली में सजा हुआ नज़र आने लगा है।
रैपिडएक्स कॉरिडोर के स्टेशनों की बाहरी छत के दोनों किनारों को उठा हुआ बनाया गया है जो गति को दर्शाता है। इस विशेष डिज़ाइन के पीछे एक वजह यह भी है कि रैपिडएक्स कॉरिडोर के स्टेशनों की चौड़ाई प्रत्येक स्टेशन के हिसाब से अलग-अलग हैं। ऐसे में उनमें एकरसता और लीनियर डिज़ाइन को दर्शाने के लिए इसे ख़ास आकार दिया गया है।
एनसीआरटीसी ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए और प्रकृति से सामंजस्य बनाते हुए स्टेशन को हवादार, खुला और
प्राकृतिक रौशनी से प्रकाशित बनाया है। इसके लिए स्टेशनों की दीवार के लिए बेज़ रंग के छिद्रित पैनल लगाए गए हैं, जो आसपास के वातावरण के साथ एकीकरण को भी दर्शाते हैं। स्टेशन के विस्तार के पैमाने को दर्शाने और स्टेशन को ख़ास पहचान देने के लिए, फसाड की संकल्पना स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल से ही की गई है। इस डिज़ाइन की एक विशिष्टता यह भी है कि मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन के अंतर्गत बनाए गए फुट-ओवर ब्रिज भी इन्हीं रंगों में रंगे होंगे। यानी हर मौसम में, धूप और बारिश से यात्रियों के बचाव के लिए उनको भी कवर किया गया है।
ट्रैफिक जाम से बचने के खास इंतजाम
साथ ही, सड़क के दोनों किनारे रहने वाले लोगों की सुगमता के लिए और स्टेशन के बाहर ट्रैफिक जाम की स्थिति से बचने के लिए स्टेशन के प्रवेश-निकास द्वार को मेन कैरिजवे पर न बनाकर, उनके लिए सड़क के दोनों ओर एक विशिष्ट पैसेज बनाया गया है।
इन्हें भी कवर किया गया है जिससे न सिर्फ डिज़ाइन में एक निरंतरता रहेगी बल्कि यात्रियों को कनेक्टिविटी का भी एहसास होगा।
स्टेशन के अंदर के डिज़ाइन पर भी खास ध्यान
स्टेशन के अंदर भी डिज़ाइन के आयामों पर ख़ास ध्यान दिया गया है। स्टेशन की फ्लोरिंग के लिए, जिन जगहों पर यात्रियों का आवागमन अधिक रहता है, वहाँ हार्ड मटेरियल जैसे ग्रेनाइट या इपॉक्सी का प्रयोग किया गया है। बाकी स्टेशन की फ्लोरिंग के लिए वैक्यूमाइज़्ड डेंस कॉनक्रीट (वीडीसी) का उपयोग किया गया है। वैक्यूमाइज़्ड कंक्रीट एक ऐसे प्रकार का कंक्रीट होता है जिसमें कंक्रीट को मज़बूती प्रदान करने के लिए उसकी मिक्सिंग में इस्तेमाल किए जाने वाले अतिरिक्त पानी को निकाल दिया जाता है. साथ ही सुंदरता के लिए इसमें ग्रेनाइट को मिलाया जाता है।
लिफ्ट में Stretcher तक की भी जगह
स्टेशन को अधिक हवादार, विशाल, खुला और प्रकाशित दिखाने के लिए स्टेशन के अंदर शीशे की लिफ्ट लगाई गई हैं। इनमें से कुछ लिफ्ट आकार में बड़ी हैं ताकि आवश्यकता पड़ने पर स्ट्रेचर को आसानी से लाया-ले जाया जा सके। प्लेटफॉर्म पर ट्रेन का इंतज़ार करते यात्रियों की सुविधा के लिए बैठने के लिए सीट का प्रावधान है। साथ ही, उनकी सुरक्षा के लिए हर स्टेशन पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स (PSD) लगाए गए हैं। यह पीएसडी ट्रेन के सिग्नलिंग सिस्टम से जुड़े होंगे यानी ट्रेन के दरवाज़े और पीएसडी, दोनों के बंद होने के बाद ही ट्रेन को चलाया जा सकेगा।
पीने के पानी और वॉशरूम की सुविधा
इसके अलावा, सभी स्टेशनों में कॉनकोर्स लेवल के पेड एरिया में पीने के पानी और वॉशरूम की सुविधा दी गई है। कॉरिडोर के बड़े स्टेशनों में, जहां मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन के अंतर्गत कनेक्टिविटी दी जा रही है।वहां वॉशरूम की सुविधा स्ट्रीट लेवल पर भी दी गई है।
छोटे बच्चों के साथ यात्रा कर रहे यात्रियों की सुविधा का भी ख़ास ख्याल रखते हुए हर मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन प्रदान करने वाले स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल पर एक कक्ष का प्रावधान रखा गया है जिसमें डाइपर चेंजिंग स्टेशन भी बनाया गया है.
दृष्टिबाधित व्यक्तियों के खास इंतजाम
दृष्टिबाधित व्यक्तियों के सुविधाजनक आवागमन के लिए रैपिडएक्स स्टेशन पर विशेष व्यवस्था की गई है। उन्हें किसी भी तरह के भ्रम से बचाने और स्टेशन में मुख्य जगहों पर आने-जाने के लिए विशिष्ट टैकटाइल पाथ बनाया गया है। सभी रैपिडएक्स स्टेशन युनीवर्सली एक्सेसिबल हैं।
इन सभी खूबियों से सजे रैपिडएक्स स्टेशन जल्द ही यात्रियों के लिए शुरू होने वाले हैं। एनसीआरटीसी जल्द ही, दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के 17 किमी लंबे प्राथमिक खंड को निर्धारित समय से पहले ही जनता के लिए शुरू करने जा रहा है।
