
Delhi NCR-Mumbai समेत 5 शहरों में ONDC लॉन्च, अब खरीदारी के लिए अलग-अलग ऐप की जरूरत नहीं
ONDC ने 5 शहर मुंबई, दिल्ली-NCR, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता में अपना बीटा फेज गुरुवार को लॉन्च किया। नए शहर जुड़ने के बाद अब ONDC नेटवर्क भारत के सात शहरों में बायर्स और सेलर्स के लिए उपलब्ध है। सबसे पहले सितंबर 2022 में इसे बेंगलुरु में लॉन्च किया गया था। इसमें खरीदारी के लिए अमेजन, फ्लिपकार्ट, जोमैटो जैसे अलग-अलग ऐप की जरूरत नहीं है।

डिजिटल कॉमर्स के लिए ओपन नेटवर्क (ONDC) ने 5 शहर मुंबई, दिल्ली-NCR, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता में अपना बीटा फेज गुरुवार को लॉन्च किया। नए शहर जुड़ने के बाद अब ONDC नेटवर्क भारत के सात शहरों में बायर्स और सेलर्स के लिए उपलब्ध है। सबसे पहले सितंबर 2022 में इसे बेंगलुरु में लॉन्च किया गया था। फिर दिसंबर 2022 में मेरठ में ये लाइव हुआ। इसमें खरीदारी के लिए अमेजन, फ्लिपकार्ट, जोमैटो जैसे अलग-अलग ऐप की जरूरत नहीं है। आप यहां प्राइस कंपेयर कर कोई भी प्रोडक्ट खरीद सकते हैं। इन सात शहरों के कंज्यूमर अब पेटीएम, मायस्टोर, स्पाइस मनी और मैजिकपिन जैसे चार एक्टिव बायर एप्लीकेशन के जरिए ONDC नेटवर्क पर सेलर्स से खरीदारी कर सकेंगे।
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वर्तमान में इस नेटवर्क से 200 से ज्यादा शहरों में करीब 40,000 सेलर्स जुड़े हुए हैं। ONDC ने सेलर्स और बायर्स के एक क्लोज्ड ग्रुप के साथ लाइव ट्रांजैक्शन की टेस्टिंग करने के लिए अप्रैल 2022 में पांच शहरों में अपना अल्फा रोल-आउट किया था। अब बीटा लाइव होने का मुख्य कारण यूजर्स को ओपन नेटर्व का एक्सपीरियंस कराना, रियल टाइम फीडबैक लेना और पूरे भारत में रोल-आउट से पहले बड़े पैमाने पर नेटवर्क का टेस्ट करना है। ओएनडीसी के एमडी और सीईओ T Koshi ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि इस बीटा लाइव के बाद ज्यादा से ज्यादा बिजनेस हमारे साथ जुड़ेंगे। इसके अलावा, जैसे-जैसे हम ज्यदा कंज्यूमर्स तक पहुंचेंगे वैसे-वैसे हमें नेटवर्क को इंप्रूव करने में मदद मिलेगी। किसी एक सिंगल प्लेटफॉर्म पर डिपेंडेंसी को खत्म करने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) ने ONDC की शुरुआत की है। ONDC कोई ऐप नहीं है। UPI की तरह ये एक सरकारी प्लेटफॉर्म है। फिल्पकार्ट, अमेजन से लेकर लोकल स्टोर्स तक अपने आप को ONDC पर लाइव ला सकते हैं। सेलर्स अपने हिसाब से डिलीवरी पार्टनर चुनकर अपना सामान डिलीवर कर सकते हैं। इससे सभी सेलर्स को सेम लेवल प्लेइंग फील्ड मिलेगी। इंफोसिस चेयरमैन नंदन नीलकेणी इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं।
