Bharat Dynamics, Mazagon Dock, HAL, Garden Reach जैसे डिफेंस स्टॉक क्यों भागे?
डिफेंस कंपनियां जैसे Bharat Dynamics, Mazagon Dock Shipbuilders Ltd., Paras Defence Ltd., Hindustan Aeronautics और Garden Reach के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है।

डिफेंस कंपनियां जैसे Bharat Dynamics, Mazagon Dock Shipbuilders Ltd., Paras Defence Ltd., Hindustan Aeronautics और Garden Reach के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है। आइये जानते हैं कि पिछले कुछ समय में ठंडे पड़े डिफेंस स्टॉक्स में अचानक तेजी क्यों लौटी है?
Bharat Dynamics के शेयरों में 3 प्रतिशत की तेजी, Mazagon Dock Shipbuilders में 4 प्रतिशत का उछाल, Hindustan Aeronautics में करीब 2 प्रतिशत की तेजी, Garden Reach Shipbuilders में 3 प्रतिशत की रफ्तार देखने को मिल रही है।
क्यों भागे डिफेंस स्टॉक?
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मंत्रिमंडल समिति (CCS) के जरिए देश की सुरक्षा आवश्यकताओं के लिए दो महत्वपूर्ण रक्षा सौदों को मंजूरी दे दी गई है। खबरों के मुताबिक CCS ने अमेरिका से 31 प्रीडेटर ड्रोन खरीदने के सौदे को मंजूरी दी है। इस सौदे के तहत भारत को 31 हाई ऑल्टिट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस (HALE) UAVs मिलेंगे, जिनमें से नौसेना को 15 सी-गार्डियन ड्रोन मिलेंगे, जबकि सेना और भारतीय वायु सेना को लैंड वर्जन – स्काई गार्डियन के आठ-आठ ड्रोन मिलेंगे।
MQ-9B ड्रोन MQ-9, "Reaper" का एक वेरिएंट है, जिसका इस्तेमाल हेलीफायर मिसाइल के मोडिफिकेशन वर्जन को लॉन्च करने के लिए किया गया था, जिसने जुलाई 2022 में काबुल के केंद्र में अल-कायदा के नेता अयमान अल-ज़वाहिरी को समाप्त किया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि CCS के जरिए विशाखापत्तनम में शिप बिल्डिंग सेंटर में दो परमाणु संचालित आक्रमण पनडुब्बियों के निर्माण करने की मंजूरी मिलना दूसरा प्रमुख रक्षा सौदा है। जिसकी लागत लगभग 45,000 करोड़ रुपये होगी।
प्राइवेट डिफेंस कंपनियां भी शामिल
इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया है कि दो नई परमाणु पनडुब्बियों के निर्माण में निजी क्षेत्र की कंपनियों जैसे Larsen and Toubro की महत्वपूर्ण भागीदारी होगी। MQ-9B 'हंटर किलर' ड्रोन अमेरिका के रक्षा प्रमुख जनरल एटॉमिक्स से विदेशी सैन्य बिक्री मार्ग के तहत कुल लागत लगभग 3.1 बिलियन डॉलर में खरीदे जा रहे हैं। ये सौदा 31 अक्टूबर से पहले मंजूर होना था क्योंकि अमेरिकी प्रस्ताव की वैधता तब तक थी और अब यह अगले कुछ दिनों में ही ट्रांसफर होने जा रहा है। प्रस्तावित मेगा ड्रोन सौदे की घोषणा पीएम मोदी की ऐतिहासिक राज्य यात्रा के दौरान जून 2023 में की गई थी।