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Trump tariff impact: Gland Pharma, Zydus, Aurobindo Pharma के शेयर धड़ाम! 4% तक टूटा भाव - जानिए एक्सपर्ट की राय

शुक्रवार को शेयर बाजार में फार्मा कंपनियों के शेयरों पर सभी की नजर है। ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रांडेड दवाओं पर 100% का टैरिफ लगाया है।

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Pharma Stocks: शुक्रवार को शेयर बाजार में फार्मा कंपनियों के शेयरों पर सभी की नजर है। ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रांडेड दवाओं पर 100% का टैरिफ लगाया है।

यह टैरिफ आगामी 1 अक्टूबर 2025 से लागू होगा। यह टैरिफ मुख्य रूप से ब्रांडेड दवाओं पर लगा है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि जटिल जेनेरिक और स्पेशल्टी दवाएं भी इसके दायरे में आ सकती हैं, जिससे अमेरिका पर निर्भर भारतीय दवा कंपनियों को झटका लग सकता है।

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इस खबर के बाद भारतीय दवा निर्माता कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। Gland Pharma, Zydus Life, Natco Pharma,  Aurobindo Pharma, Sun Pharma, Wockhardt, Dr Reddy's Labs और  Divis Labs जैसे फार्मा कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। 

  • Gland Pharma का शेयर आज अपने पिछले बंद भाव 1972 के मुकाबले 4.03% गिरकर ₹1,892.50 पर खुला।
  • Zydus Life का शेयर आज अपने पिछले बंद भाव 1018.90 के मुकाबले 3.54% गिरकर ₹990.55 पर खुला।
  • Natco Pharma का शेयर आज अपने पिछले बंद भाव 843.10 के मुकाबले 2.7% गिरकर ₹820.30 पर खुला।
  • इसी तरह Aurobindo Pharma में 2.45%, और Sun Pharma में 2.3% की गिरावट दर्ज की गई। साथ ही  Wockhardt, Dr Reddy's Labs और  Divis Labs में भी 2% से अधिक की गिरावट देखी गई।

इन कंपनियों की अमेरिकी बाजार पर निर्भरता

  • ऑरोबिंदो फार्मा की कुल बिक्री का 89% हिस्सा निर्यात से आता है, जिसमें से 49% अमेरिका से है।
  • जाइडस, सन फार्मा, लुपिन, सिप्ला, और डॉ. रेड्डीज जैसी कंपनियां भी अमेरिका में मजबूत उपस्थिति रखती हैं।
  • बायोकॉन, पिरामल फार्मा और सिप्ला की भी अमेरिकी बाजार पर बड़ी निर्भरता है।

टैरिफ से किसे राहत?

ट्रंप ने स्पष्ट किया कि जिन कंपनियों के अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगे हैं, उन्हें टैरिफ से छूट दी जाएगी। इससे उन कंपनियों को राहत मिल सकती है जो अमेरिका में उत्पादन बढ़ाने की दिशा में कदम उठा रही हैं।

एक्सपर्ट की राय

चॉइस ब्रोकिंग का कहना है कि टैरिफ को लेकर अभी भी अस्पष्टता बनी हुई है कि यह केवल ब्रांडेड दवाओं पर लागू होगा या जटिल जेनेरिक दवाएं भी इसमें आएंगी। इससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।

जियोजित फाइनेंशियल के वी.के. विजयकुमार ने कहा कि ट्रंप अब किसी खास प्रोडक्ट पर टैरिफ लगा रहे हैं। इससे फार्मा शेयरों पर भावनात्मक असर पड़ सकता है, भले ही भारत के जेनेरिक ड्रग्स सीधे प्रभावित न हों।

कंपनियों की तैयारी और जोखिम

सन फार्मा की FY26 में अमेरिकी बिक्री $2.1 बिलियन और FY27 में $2.3 बिलियन रहने का अनुमान है, जिसमें से केवल 10% ही अमेरिका में बनती हैं।

डॉ. रेड्डीज, सिप्ला, लुपिन और जाइडस जैसी कंपनियों की अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग सीमित है, जिससे टैरिफ का असर ज्यादा हो सकता है।

ऑरोबिंदो फार्मा के पास अमेरिका में तीन प्लांट हैं, जिनमें एक विशेष रूप से डर्मेटोलॉजी और ट्रांसडर्मल प्रोडक्ट्स पर केंद्रित है।

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Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।