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अगर बाजार में निवेश किया है तो इन गलतियों से बचें, वरना हो सकता है बड़ा नुकसान

Stock Market चढ़ता है तो गिरता भी है। बाजार में जब बिकवाली आती है तो निवेशक घबरा कर निकासी कर लेते हैं। वहीं कुछ निवेशक गिरते बाजार में जबरदस्त मुनाफा कमाते हैं। हम आपको आर्टिकल में स्टॉक मार्केट में निवेश की स्ट्रैटेजी के बारे में बताएंगे।

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share market strategy

भारतीय शेयर बाजार हमेशा से उतार-चढ़ाव भरा रहा है, लेकिन लॉन्ग-टर्म निवेशकों को इससे बेहतरीन रिटर्न मिले हैं। बाजार में गिरावट के बावजूद, सही स्ट्रैटेजी अपनाने वालों ने अच्छा मुनाफा कमाया है।

कोविड-19 के दौरान शेयर बाजार का प्रदर्शन

जब दुनियाभर में कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) फैली, तब कई देशों में लॉकडाउन लगा, जिससे शेयर बाजार में गिरावट आई। लेकिन उसके बाद बाजार ने जबरदस्त वापसी की। पीजीआईएम इंडिया म्‍यूचुअल फंड के सीईओ अजीत मेनन ने सितंबर 2001 से जनवरी 2025 तक के निफ्टी 50 टीआरआई (Nifty 50 TRI) के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया। उन्होंने कहां कि इस दौरान कोई निवेशक सबसे बेहतरीन 50 दिन मिस कर देता, तो उसका निवेश सालाना 1% से भी कम बढ़ता।

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इसके विपरीत, जिन्होंने अपना निवेश बनाए रखा, उन्हें 15.61% CAGR का शानदार रिटर्न मिला। उदाहरण के लिए अगर आपने 2001 में 10,000 रुपये निवेश किए होते, तो 2025 तक यह 3.25 लाख रुपये हो जाते। लेकिन अगर बाजार के 50 सबसे अच्छे दिन मिस कर दिए, तो यह सिर्फ 11,550 रुपये ही रह जाता।

निवेशकों के लिए सही रणनीति क्या होनी चाहिए?

बाजार में छोटे उतार-चढ़ाव को नजरअंदाज कर लॉन्ग-टर्म प्लानिंग करनी चाहिए। जो निवेशक धैर्य रखते हैं, उन्हें बाजार में गिरावट के बावजूद अच्छा मुनाफा मिलता है। अजीत मेनन ने निवेशकों को सलाह दी कि बार-बार बाजार पर नजर रखना तनाव बढ़ा सकता है और गलत फैसले लेने का कारण बन सकता है। सही स्ट्रैटेजी यह है कि जब तक आपके जीवन में कोई बड़ा वित्तीय बदलाव न हो, तब तक पोर्टफोलियो की सालाना समीक्षा करें।

अगर आपका गोल रिटायरमेंट प्लान (Retirement Plan), घर खरीदना (Buying a House) या बच्चों की पढ़ाई (Child Education Investment) है, तो बाजार की छोटी-मोटी गिरावट से घबराने की जरूरत नहीं है।

पोर्टफोलियो में विविधता लाएं और जोखिम को कम करें

शेयर बाजार में बहुत से लोग एक ही स्टॉक में निवेश कर देते हैं, जिससे जोखिम बढ़ जाता है। कुछ निवेशक अपनी पूरी पूंजी किसी एक कंपनी में लगाकर करोड़पति बन जाते हैं, लेकिन ऐसी कहानियां दुर्लभ होती हैं। कई कंपनियां गवर्नेंस फेलियर (Corporate Governance Failure) के कारण डूब चुकी हैं। ऐसे में एक समझदार निवेशक को अपनी पूंजी अलग-अलग सेक्टर और असेट क्लास में लगानी चाहिए, ताकि जोखिम कम हो और लॉन्ग-टर्म में मुनाफा बढ़ सके।

निवेश जारी रखें और बाजार में बने रहें

अगर आपके पास एकमुश्त रकम है, तो उसे इक्विटी में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है। उदाहरण के लिए, मिस्टर A हर महीने 5000 रुपये की SIP करते हैं, जिससे 10 साल में 10.07 लाख रुपये बन जाते हैं। वहीं, मिस्टर B ने 10 लाख रुपये एकमुश्त निवेश किए, जिससे 10 साल में यह रकम 15.56 लाख रुपये हो गई। यानी, लंबी अवधि में एकमुश्त निवेश SIP से ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है।

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शेयर बाजार में सफल होने के लिए क्या सीखें?

बाजार में गिरावट आना स्वाभाविक है, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं होती। धैर्य और सही निवेश स्ट्रैटेजी से ही सफलता मिलती है। अगर आपको निवेश से जुड़ा फैसला लेने में कठिनाई हो रही है, तो एक फाइनेंशियल एडवाइजर (Financial Advisor) से सलाह लेना सही रहेगा।
 

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।