अपने IPO प्राइस से 54 प्रतिशत उछला शेयर, अब आया 52 रुपए का नया टारगेट
Sagility India Ltd. के शेयरों ने 30 रुपए के IPO प्राइस से 60 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी की है, फिर भी इस शेयर में अच्छी तेजी की संभावनाएं जताई जा रही है। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म ने इस शेयर पर नए टारगेट जारी किए हैं।

Sagility India Ltd. के शेयरों ने 30 रुपए के IPO प्राइस से 60 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी की है, फिर भी इस शेयर में अच्छी तेजी की संभावनाएं जताई जा रही है। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म ने इस शेयर पर नए टारगेट जारी किए हैं।
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने शुक्रवार यानि 20 दिसंबर को इस स्टॉक पर कवरेज शुरू करते हुए कहा है कि हम Sagility India Ltd. पर 'बाय' सिफारिश करता है और ₹52 प्रति शेयर का प्राइस टारगेट तय किया है। जेफ्रीज़ का प्राइस टारगेट गुरुवार की क्लोजिंग लेवल से 18% की संभावित तेजी को दर्शाता है।
जेफ्रीज़ ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि सैजिलिटी इंडिया एक प्रमुख अमेरिकी स्वास्थ्य सेवा-केंद्रित BPM फर्म है, जिसके पास विशाल डोमेन विशेषज्ञता है। ब्रोकरेज का अनुमान है कि कंपनी FY25-27 के दौरान 12% की रेवेन्यू वृद्धि दर (CAGR) और 40% के प्रॉफिट में वृद्धि को हासिल करेगी, जो फेवरेबल अर्निंग ग्रोथ की दृष्टि का समर्थन करेगा और मौजूदा मूल्य-से-आय (PE) गुणांक को बनाए रखेगा।
जेफ्रीज़ ने सैजिलिटी की बढ़ोतरी को प्रेरित करने वाले कुछ प्रमुख कारणों को भी उजागर किया। कंपनी डबल डिजिट रेवेन्यू वृद्धि को बनाए रखने के लिए अच्छी स्थिति में है, जबकि Depreciation और Amortization (D&A) लागत का नॉर्मल और कर्ज को घटाने के प्रयासों से प्रति शेयर आय (EPS) में वृद्धि की संभावना है।
जेफ्रीज़ का कहना है कि अमेरिकी स्वास्थ्य सेवा BPM बाजार पर अपनी तेज ग्रोथ के लिए स्पष्ट रणनीति के साथ, सैजिलिटी एक आकर्षक निवेश अवसर के रूप में सामने आता है।
ब्रोकरेज का मानना है कि कंपनी के मजबूत प्रदर्शन और वित्तीय सुधारों के चलते, यह अपनी वैल्यूएशन को बनाए रख सकती है और अगले कुछ वर्षों में निवेशकों को आकर्षित कर सकती है।
सैजिलिटी इंडिया लिमिटेड के शेयर शुक्रवार को ₹46.09 पर 4.99% अधिक ट्रेड हो रहे हैं। यह स्टॉक अपने आईपीओ प्राइस ₹30 प्रति शेयर से 54% बढ़ चुका है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।