RBL Bank Q2 Results: मुनाफे में गिरावट, तो NII डबल डिजिट में आया
RBL Bank ने दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। जहां नेट प्रॉफिट में गिरावट दर्ज की गई है तो वहीं नेट इंट्रस्ट इनकम डबल डिजिट में आया है। सोमवार को स्टॉक में एक्शन देखने को मिलेगा। आइये रिजल्ट्स की पूरी डिटेल जानते हैं।

RBL Bank ने दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। जहां नेट प्रॉफिट में गिरावट दर्ज की गई है तो वहीं नेट इंट्रस्ट इनकम डबल डिजिट में आया है। सोमवार को स्टॉक में एक्शन देखने को मिलेगा। आइये रिजल्ट्स की पूरी डिटेल जानते हैं।
बैंक का नेट प्रॉफिट साल दर साल (YoY) के आधार पर 24.4 प्रतिशत गिरकर ₹222.5 करोड़ पर पहुंच गया है। जबकि पिछले साल दूसरी तिमाही में 294 करोड़ रुपए रहा था। नेट इंट्रस्ट इनकम 9.5 प्रतिशत बढ़कर ₹1,615 करोड़ पर पहुंच गया है। बैंक के नेट इंट्रेस्ट मार्जिन (NIM) पिछले साल की इसी तिमाही और चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (Q1) दोनों के मुकाबले फिसले हैं। दूसरी तिमाही में नेट इंट्रेस्ट मार्जिन 5.04 प्रतिशत पर रहे हैं। साल भर पर मार्जिन 5.54 प्रतिशत पर थे और पहली तिमाही में मार्जिन 5.67 प्रतिशत के स्तर पर थे।
NPA
तिमाही दर तिमाही आधार पर बैंक के NPA में मामूली सी बढ़ोतरी हुई हैं। बैंक के जरिए दी गई जानकारी के मुकाबिक दूसरी तिमाही में नेट NPA 0.79 प्रतिशत पर रहे हैं जो कि पहली तिमाही यानि Q1 में 0.74 प्रतिशत पर थे। वहीं ग्रॉस NPA 2.88 प्रतिशत पर रहे हैं जो कि साल भर पहले 2.69 फीसदी पर थे। इसका मतलब कि ग्रॉस एनपीए के मोर्चे पर भी बढ़ोतरी हुई है।
डिपॉजिट
RBL Bank के कुल डिपॉजिट 20 प्रतिशत साल दर साल बढ़कर Q2FY25 में ₹1,07,959 करोड़ पर पहुंच गई। बैंक के करंट अकाउंट और सेविंग्स अकाउंट (CASA) डिपॉजिट में 13% की बढ़ोतरी हुई, जो ₹36,224 करोड़ हो गई, CASA रेश्यो 33.6% रहा।
ग्रेन्युलर डिपॉजिट यानि जो ₹3 करोड़ से कम के डिपॉजिट होते हैं, साल दर साल 22% और तिमाही दर तिमाही 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जो ₹52,223 करोड़ पर पहुंच गई, कुल जमा का 48.4 प्रतिशत है। बैंक का नेट एडवांस पोर्टफोलियो साल दर साल 15 प्रतिशत बढ़कर ₹87,882 करोड़ पर पहुंच गया, जिसमें रिटेल एडवांसेज में 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो ₹54,723 करोड़ हो गई।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।