scorecardresearch

PSU stock NHPC अपने हाई से 20 प्रतिशत नीेचे, Buy, Hold या Sell क्या करें निवेशक?

हाइड्रो पावर उत्पादन सरकारी कंपनी NHPC के शेयर में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। स्टॉक अपने ऑल-टाइम हाई ₹118.40 के लेवल से 20 प्रतिशत नीचे आ गया। निवेशक स्टॉक में फंसे हुए महसूस कर रहे हैं। तो चलिए  फंडामेंटल्स और तकनीकी लिहाज से समझते हैं कि स्टॉक में गिरावट बढ़ेगी या फिर शेयर वापस कम बैक करेगा?   

Advertisement
NHPC
NHPC

NHPC के शेयर की कीमत में सुस्ती देखने को मिल रही है। जुलाई 2024 में NHPC के शेयर ने अपना ऑल-टाइम हाई 118 छुआ था, लेकिन तब से अब तक से शेयर 20% गिर चुका है। ऐसे में निवेशकों के बीच चिंता बनी हुई है। कंपनी के फंडामेंटल्स को देखें तो NHPC देश की सबसे बड़ी हाइड्रो पावर उत्पादन करने वाली कंपनी है। इसके पास 7144 मेगावाट की मौजूदा क्षमता है, जो 26 पावर प्रोजेक्ट्स के तहत काम कर रही है। इसके अलावा कंपनी के 16 और पावर प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है, जिनकी कुल क्षमता 10,692 मेगावाट है। इस क्षमता को मिलाकर NHPC अपनी मौजूदा क्षमता को लगभग 2 गुना करने की तैयारी में है। कंपनी के कुल 4,215 मेगावाट के प्रोजेक्ट्स क्लीयरेंस स्टेज में हैं।

advertisement

कंपनी की चुनौतियां
NHPC के कई प्रोजेक्ट्स की स्पीड धीमी है। कुछ प्रोजेक्ट्स सालों से अटके हुए हैं, जैसे कि 2011 में शुरू हुआ एक प्रोजेक्ट 2019 तक अटका रहा और अब वो प्रोजेक्ट 2021-22 में शुरू हुआ है। इसके बावजूद कंपनी अपने काम को गति देने की कोशिश कर रही है और अगले 5 सालों में 15,000 मेगावाट की क्षमता बढ़ाने का टारगेट रखा है।

कर्ज और फाइनेंशियल 
कंपनी पर 22,561 करोड़ रुपये का कर्ज है, लेकिन यह कर्ज सरकार से कंसेशनल रेट पर लिया गया है। जिससे कंपनी पर ब्याज का बोझ कम है। पिछले साल कंपनी का ब्याज खर्च 608 करोड़ रुपये रहा, जो अन्य निजी कंपनियों के मुकाबले काफी कम है। वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में NHPC की आय 9,632 करोड़ रुपये रही और प्रॉफिट 5043 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। कंपनी का  (P/E) मल्टीपल 25.2 है, जबकि बुक वैल्यू ₹38.5 प्रति शेयर है। कंपनी का Earnings Per Share ₹3.61 है, जो इसे एक मजबूत फाइनेंशियल स्थिति में रखता है।

होल्ड, सेल या बाय?
Hensex Securities के महेश ओझा का कहना है कि स्टॉक कंसोलिडेशन फेज में चल रहा है। थोड़े दिन तक इसी तरह की स्थिति दिख सकती है। जब स्टॉक 92 या 94 के लेवल के ऊपर क्लोजिंग देगा तब ही इसमें तेजी देखने को मिल सकती है। अगर ऐसा होता है तो 135 रुपए प्रति शेयर के लेवल देखने को मिल सकते हैं। कंपनी अच्छा डिविडेंड देती है। कई प्रोजेक्ट्स भी पाइप लाइन में फंसी हुई है। स्टॉक में 18 से 24 महीने के नजरिये से बने रहना चाहिए।

वहीं दूसरी ओर सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट ब्रजेश सिंह का कहना है कि शेयर लॉअर टॉप और लॉअर बॉटम फॉर्मेंशन बना रहा है। ये नेगेटिव ट्रेड दिखा रहा है और शेयर कमोजर दिख रहा है। अगर स्टॉक 98 के रजिस्टेंस को पार करता है तो ही कोई पोटेंशियल दिख सकता है। हालाकि शॉर्ट टर्म के लिहाज से निवेशकों को स्टॉक से एग्जिट कर लें। लॉस बुक कर ले। 


डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।

advertisement
Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।