
मुकेश अंबानी के एक फैसले से पेनी स्टॉक बना रॉकेट! स्टॉक का नया टारगेट जानिए
Alok Industries Shares की। मुकेश अंबानी एक एक्शन के बाद क्या रफ्तार भरी है इस स्टॉक ने, 52 वीक हाई के लेवल को टच किया। जिन निवेशकों के पास भी ये स्टॉक था, वो झूम उठे। एक ही दिन में अपर सर्किट के साथ 20 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली। 11 रुपए पर ट्रेड करने वाला स्टॉक, सीधा एक झटके में 25 रुपए के पार निकल गया।

एक स्टॉक लंबे समय से सुस्त पड़ा हो और अचानक से रॉकेट बन जाए, तो जाहिर सी बात है निवेशक समझना चाहेंगे कि इस स्टॉक में तेजी की वजह क्या है? ये तेजी कितनी मजबूत है और आने वाले दिनों में क्या उस स्टॉक में बड़ा रनअप देखने को मिल सकता है? हम यहां बात कर रहे हैं Alok Industries Shares की। मुकेश अंबानी एक एक्शन के बाद क्या रफ्तार भरी है इस स्टॉक ने, 52 वीक हाई के लेवल को टच किया। जिन निवेशकों के पास भी ये स्टॉक था, वो झूम उठे। एक ही दिन में अपर सर्किट के साथ 20 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली। 11 रुपए पर ट्रेड करने वाला स्टॉक, सीधा एक झटके में 25 रुपए के पार निकल गया। अब यहां कई महत्वपूर्ण सवाल है। पहला इस स्टॉक में तेजी क्यों आई? फिर बताएंगे आने वाले दिनों में स्टॉक की चाल कैसी रह सकती है?

पहले आप ये जान लीजिए कि Alok Industries में रिलायंस की 40 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वहीं JM Financial Asset Reconstruction Company Limited की करीब 35 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। अब खबर आई रिलायंस की ओर से दरअसल रिलायंस ने प्रेफरेंशियल शेयर के जरिए कंपनी में 3,300 करोड़ का निवेश किया। RIL को प्रेफरेंशियल शेयर एट्रैक्टिव डिविडेंट करीब 9 प्रतिशत पर इश्यू किए गए। आपको ये भी बता दें कि अलॉटमेंट की तारीख से 20 साल के अंदर कभी भी रिडीम रिलायंस कर सकता है। प्रेफरेंशियल शेयर को आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि वरीयता शेयर। जो खाताधारक यानि रिलायंस को एक निश्चित डिविडेंड के साथ दिए जाते हैं, इनको डिविडेंड का भुगतान सामान्य शेयरधारकों से पहले किया जाता है। शेयर बाजार में अन्य प्रकार के शेयरों की तरह ही इनका ट्रेड होता है, क्योंकि यहां रिलायंस प्रेफरेंस शेयर के जरिए निवेश कर रही है तो ये कंपनी की बैलेंसशीट पर बोझ की तरह नहीं दिखेगा।
अब कुछ बातें इस कंपनी को लेकर समझ लीजिए, फिर उसका बाद बताएंगे इस स्टॉक को लेकर क्या टारगेट्स दिए जा रहे हैं। कंपनी का मार्केट कैप 12,840 करोड़ है। कंपनी लॉस मेकिंग होने के चलते इसके सारे मेजर इश्यू नेगेटिव हैं। वित्त वर्ष 2020 में कंपनी का डेट यानि कर्ज करीब 29 हजार करोड़ था, जो अब घटकर 24 हजार करोड़ के पास पहुंच गया है। पिछले 3 सालों में सेल्स भी बढ़ी है। आपको बता दें कि रिलायंस ने NCLT के जरिए 5 हजार करोड़ में इस कंपनी को खरीदा था।
अब हम आपको बताते हैं मार्केट एक्सपर्ट राघवेंद्र सिंह का क्या कहना है? उनका कहना है कि स्टॉक ने काफी अच्छा ब्रेकआउट दिया है। 28 के ऊपर और अच्छा ब्रेकआउट आ सकता है। अगर ऐसा होता है तो स्टॉक में बड़ा एक्शन देखने को मिल सकता है और ये स्टॉक 40 के लेवल को टच कर सकता है। साथ ही उनका कहना है कि इस फैसले से कंपनी का प्लान ऑफ एक्शन दिख रहा है। रिलायंस रिवाइवल प्लान पर काम कर रही है।
इसके बाद बिजनेस टुडे बाजार ने InvestMentor Securities के Research Head जय पटेल से बात की। उनका कहना है कि स्ट्रॉन्ग बुलिश कैंडल दिख रही है। हाल ही में टेक्सटाइल स्टॉक में अच्छा मूमेंटम दिखा है। रिलायंस की एंट्री के बाद स्टॉक में 32 के लेवल भी दिख सकते हैं। स्टॉक में स्टॉन्ग बाइंग दिख रही है। जय पटेल का ये भी कहना है कि स्टॉक 100 और 200 एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज पार कर चुका है। रिलेटिव स्टेंथ इंडेक्स 86 पर होने के बावजूद स्टॉक में अपवर्ड मूमेंटम दिख रहा है।
डिस्क्लेमर : बिजनेस टुडे बाजार की ओर से किसी भी स्टॉक में खरीदारी की सलाह नहीं है।