इस स्मॉल कैप NBFC कंपनी के प्रमोटर ने खरीदे 45 लाख शेयर! 17 सितंबर को होने वाली है अहम बैठक, उछला स्टॉक
आज इस एनबीएफसी स्टॉक के शेयरो में आज 4.71 प्रतिशत की तेजी आई और स्टॉक आज अपने दिन के उच्चतम स्तर 39.78 रुपये पर पहुंच गया।

Paisalo Digital Share: स्मॉल कैप एनबीएफसी स्टॉक (Paisalo Digital Ltd) के शेयरो में आज 4.71 प्रतिशत की तेजी आई और स्टॉक आज अपने दिन के उच्चतम स्तर 39.78 रुपये पर पहुंच गया। इससे पहले बीएसई पर स्टॉक 38.24 रुपये पर खुला था।
फिलहाल खबर लिखे जानें तक शेयर सुबह 10:43 बजे तक बीएसई और एनएसई पर 1.68% या 0.64 रुपये चढ़कर 38.63 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
कंपनी के प्रमोटर ने खरीदे 45 लाख शेयर
दरअसल कंपनी के प्रमोटर, Equilibrated Venture Cflow (P) Ltd ने बीते 11 सितंबर 2025 को ओपन मार्केट से 45 लाख शेयर खरीदे हैं। इसके साथ ही कंपनी ने आज अपने लेटेस्ट एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि आगामी 17 सितंबर 2025 को एफसीसीबी कमेटी की एक अहम बैठक होगी, जिसमें विदेशी मुद्रा कन्वर्टिबल बॉन्ड (FCCB) के आंशिक कन्वर्जन के चलते इक्विटी शेयर जारी करने पर विचार किया जाएगा।
इससे पहले, कंपनी ने 5,000 नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (NCD) जारी किए थे। हर डिबेंचर की कीमत 1 लाख रुपये है, जिसकी मियाद 3 साल की है। इन पर हर महीने 10% सालाना ब्याज दिया जाता है। प्रिंसिपल अमाउट की वापसी 9वें क्वार्टर से शुरू होकर चार बराबर किस्तों में की जाएगी। कंपनी ने बताया कि अगर किसी कारण से भुगतान तीन महीने से ज्यादा लेट होता है, तो उस पर 2% पेनल्टी ब्याज लगेगा।
कंपनी का फोकस छोटे और जरूरतमंद तबकों को आसानी से मिलने वाले इनकम जनरेटिंग लोन देने पर है। यह काम कंपनी देश के 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले 3,997 टचपॉइंट्स के नेटवर्क के जरिए करती है। इसका मकसद टेक्नोलॉजी और भरोसे के साथ एक ऐसा फाइनेंशियल साथी बनना है, जो ग्राहक की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर सटीक और असरदार समाधान दे सके, साथ ही नियामक नियमों का भी पूरी तरह पालन करे।
जून 2025 को खत्म हुई तिमाही में कंपनी की कुल आमदनी 218.7 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल के मुकाबले 17% ज्यादा है। इस दौरान कंपनी के ग्राहक भी तेजी से बढ़े और 15 लाख नए ग्राहक जुड़ने के साथ कुल ग्राहक संख्या 1.1 करोड़ के पार पहुंच गई।
इसके साथ ही, कंपनी की AUM (Assets Under Management) 14% बढ़कर 5,230.2 करोड़ रुपये हो गई और लोन डिस्ट्रीब्यूशन 16% बढ़कर 758.1 करोड़ रुपये हो गया।