Ola Electric: शेयर में गिरावट और बढ़ेगी क्या?
एंकर राउंड 1 अगस्त को आयोजित किया गया था, जबकि आईपीओ 2 अगस्त को खुला था। बोर्ड ने 84 एंकर निवेशकों को 36.35 करोड़ इक्विटी शेयर 72.76 रुपये की प्राइस बैंड के ऊपरी हिस्से पर आवंटित किए थे, जिससे कुल 2,763 करोड़ रुपये की राशि जुटाई गई थी। म्यूचुअल फंड—जिनमें प्रमुख रूप से भारतीय स्टेट बैंक, निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड और एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी द्वारा प्रबंधित फंड शामिल हैं—ने एंकर राउंड में 40% हिस्सेदारी का खरीदी थी।

ओला इलेक्ट्रिक के शेयर आज फोकस में रहेंगे क्योंकि क्योंकि एंकर बुक निवेशकों के लिए 30 दिनों की न्यूनतम लॉक-इन अवधि आज समाप्त हो रही है, जिससे बिक्री के लिए लगभग 18.17 करोड़ शेयर उपलब्ध हो जाएंगे।
यह कंपनी की कुल इक्विटी का 4.1% प्रतिशत है। नियमों के अनुसार, एंकर निवेशकों द्वारा हासिल किए शेयरों में से 50% शेयरों के लिए 30 दिनों और शेष 50% के लिए 90 दिनों की लॉक-इन होते हैं। आज अगर इन शेयरों की बिक्री आई तो बाजार में कंपनी के शेयर बाकी निवेशकों के लिए उपलब्ध हो जाएंगे।
एंकर राउंड 1 अगस्त को आयोजित किया गया था, जबकि आईपीओ 2 अगस्त को खुला था। बोर्ड ने 84 एंकर निवेशकों को 36.35 करोड़ इक्विटी शेयर 72.76 रुपये की प्राइस बैंड के ऊपरी हिस्से पर आवंटित किए थे, जिससे कुल 2,763 करोड़ रुपये की राशि जुटाई गई थी। म्यूचुअल फंड—जिनमें प्रमुख रूप से भारतीय स्टेट बैंक, निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड और एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी द्वारा प्रबंधित फंड शामिल हैं—ने एंकर राउंड में 40% हिस्सेदारी का खरीदी थी।
हालांकि कंपनी के फंडामेंटल्स को लेकर निवेशकों के बीच में चिंता है लेकिन बावजूद इसके कंपनी ने दावा किया है उसका ऑटोमोटिव व्यवसाय लगभग ब्रेकईवन के करीब पहुंच गई है, जिसमें अप्रैल-जून 2024 की तिमाही के लिए 1.97% का एबिट्डा मार्जिन दर्ज किया गया है। कंपनी ने यह भी दावा किया है कि उसने इस तिमाही में अब तक की सबसे अधिक रेवेन्यु हासिल किया है। जो कि सबसे अधिक डिलीवरी की वजह से संभव हुआ—इस अवधि में 1,25,198 यूनिट्स की डिलीवरी की गई, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में 70,575 यूनिट्स की डिलीवरी की गई थी।