NSE के IPO की राह साफ? जल्द खत्म होंगे पुराने विवाद; अपडेट के बाद अनलिस्टेड शेयरों में हलचल
NSE Unlisted shares: NSE ने बाजार नियामक SEBI के पास दो पुराने विवादों को-लोकेशन केस और डार्क फाइबर केस को निपटाने के लिए ₹1,388 करोड़ की सेटलमेंट ऑफर किया है। इस खबर के बाद अनलिस्टिड शेयरों में हलचल देखने को मिला है।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) एक बार फिर से सुर्खियों में है। इस बार वजह इसके IPO की संभावनाएं हैं। काफी लंबे वक्त निवेशक NSE IPO का इंतजार कर रहे हैं। बुधवार को NSE ने बाजार नियामक SEBI के पास दो पुराने विवादों को-लोकेशन केस और डार्क फाइबर केस को निपटाने के लिए ₹1,388 करोड़ की सेटलमेंट ऑफर किया है। अगर यह प्रपोजल एक्सेप्ट होता है तो यह SEBI के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी सेटलमेंट राशि होगी।
कितना पैसा किस केस में?
को-लोकेशन विवाद के लिए NSE ने ₹1,165 करोड़ देने की पेशकश की है। वहीं, डार्क फाइबर केस के लिए ₹223 करोड़ की पेशकश की गई है।
गौरतलब है कि इससे पहले ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि NSE इस पूरे विवाद को ₹1,000 करोड़ तक में सुलझाने की सोच रहा था, लेकिन अब यह राशि उससे भी ज्यादा हो चुकी है।
जल्द आ सकता है NSE IPO
अगर यह सेटलमेंट मंजूर हो जाती है तो NSE अपने IPO के लिए Draft Red Herring Prospectus (DRHP) फाइल कर सकता है। NSE ने 2016 में पहली बार IPO की तैयारी की थी, जिसमें कंपनी 22% हिस्सेदारी बेचकर ₹10,000 करोड़ जुटाने की योजना में थी। लेकिन 2015 में कुछ हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडर्स को अनुचित एक्सेस मिलने के आरोप लगे, और पूरा मामला उलझ गया।
SEBI के चेयरमैन तुहिन कांता पांडे ने हाल ही में कहा कि NSE के IPO में अब कोई बड़ी रुकावट नहीं है। हालांकि कुछ लीगल सेटलमेंट और जुर्माने जैसी प्रोसेस अभी बाकी हैं। वहीं, NSE के MD & CEO आशीषकुमार चौहान ने 7 मई की अर्निंग कॉल में कहा था कि SEBI की ओर से 28 फरवरी को भेजे गए लेटर का जवाब दिया जा चुका है और NOC के लिए ऑफिशियल रिक्वेस्ट कर दिया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि DRHP में सभी कानूनी मामलों का उल्लेख किया जाएगा, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामलों को छोड़कर अब कोई बड़ी अड़चन नहीं बची है।
अनलिस्टेड शेयरों में दिखी हलचल
NSE के इन कदमों के बाद इसके अनलिस्टेड शेयरों में जबरदस्त हलचल देखी जा रही है। बुधवार को इसके शेयर ₹2,325–2,400 के दायरे में ट्रेड होते दिखे। बाजार में उम्मीद है कि सेटलमेंट के बाद IPO की प्रोसेस में तेजी आएगी, जिससे इन अनलिस्टेड शेयरों की वैल्यू और बढ़ सकती है।
SEBI ने NSE के डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी डेट को मंगलवार करने के प्रपोजल को भी मंजूरी दे दी है। 31 अगस्त 2025 तक के कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी गुरुवार को ही रहेगी। लेकिन, 1 सितंबर 2025 से शुरू होने वाले कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी महीने के लास्ट मंगलवार को होगी।