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ये Defence PSU Stock होने वाला है क्रैश! निवेशकों को लगेगा तगड़ा शॉक?

एक ऐसा डिफेंस स्टॉक जिसने एक साल में निवेशकों का पैसा डबल किया, वो पिछले 3 महीनों में करीब 38 प्रतिशत और एक महीने में शेयर 10 प्रतिशत गिर चुका है। अब ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या ये गिरावट का दौर आगे जारी रहेगा?

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bear market
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एक ऐसा डिफेंस स्टॉक जिसने एक साल में निवेशकों का पैसा डबल किया, वो पिछले 3 महीनों में करीब 38 प्रतिशत और एक महीने में शेयर 10 प्रतिशत गिर चुका है। अब ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या ये गिरावट का दौर आगे जारी रहेगा? 

इस डिफेंस स्टॉक का नाम Garden Reach Shipbuilders & Enginers Ltd यानि GRSE है। शेयर का मौजूदा भाव 1,661 प्रति शेयर है। स्टॉक में लगातार गिरावट के बीच ब्रोकरेज ICICI Securities ने अपनी रिपोर्ट जारी की है और चौंकाने वाले टारगेट दिए हैं।

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स्टॉक होगा क्रैश?
ICICI का कहना है कि एक साल में 104 प्रतिशत का रिटर्न देने वाले स्टॉक से निवेशकों का निकल जाना चाहिए। ब्रोकरेज ने शेयर में बिकवाली की सलाह दी है। इतना ही नहीं बल्कि टारगेट प्राइस  515 प्रति शेयर कर दिया है। इसका मतलब मौजूदा भाव से स्टॉक में 69 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। इसके मायने ये हुए कि ब्रोकरेज के मुताबिक स्टॉक क्रैश हो सकता है। अब समझने की कोशिश करते हैं कि ICICI Securities ने स्टॉक पर इस तरह का टारगेट क्यों दिया? एनालिस्टों का कहना है कि हाल ही में जियो पॉलिटिकल टेंशन के कारण बांग्लादेश से ऑर्डर एग्जिक्यूशन में देरी को सबसे बड़ा फैक्टर माना गया है।

ऑर्डर बुक
कंपनी ने हाल ही में पश्चिम बंगाल सरकार से ऑर्डर हासिल किया है। इस ऑर्डर की वैल्यू 226.18 करोड़ रुपये है और इसे कंपनी को  30 महीनों के भीतर पूरा करना होगा। GRSE के 4 अक्टूबर 2024 के BSE फाइलिंग के मुताबिक कहा गया है कि हम आपको सूचित करते है कि कंपनी को पश्चिम बंगाल सरकार के परिवहन विभाग के WBIWTLSD परियोजना के तहत हाइब्रिड इलेक्ट्रिक फेरी के डिज़ाइन, निर्माण, संचालन और रखरखाव के लिए दो ऑर्डर दिए गए हैं।

बिजनेस मॉडल
गॉर्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड, जो भारत की प्रमुख वॉरशिप निर्माण कंपनी है और रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में है। कंपनी की शुरुआत 1884 में हुई। इस कंपनी को 1960 में भारत सरकार के जरिए अधिग्रहण किया गया था। GRSE के पास स्वतंत्र भारत के पहले शिपयार्ड बनने का गौरव है, जिसने 1961 में भारतीय नौसेना के लिए युद्धपोत, सीवर्ड डिफेंस बोट (SDB) INS अजय, का निर्माण किया।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।