HDFC Bank Share: सोया हुआ हाथी जागा! ब्रोकरेज ने भी बदले सुर
दूसरी तिमाही के नतीजे जारी करने के बाद भारत के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक, HDFC बैंक लिमिटेड के शेयरों में शानदार तेजी देखने को मिल रही है। इंट्रा डे के दौरान स्टॉक 3 प्रतिशत तक उछला। ऐसे में कई ब्रोकरेज ने स्टॉक को लेकर बड़े टारगेट तय किए हैं।

दूसरी तिमाही के नतीजे जारी करने के बाद भारत के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक, HDFC बैंक लिमिटेड के शेयरों में शानदार तेजी देखने को मिल रही है। इंट्रा डे के दौरान स्टॉक 3 प्रतिशत तक उछला। ऐसे में कई ब्रोकरेज ने स्टॉक को लेकर बड़े टारगेट तय किए हैं।
रिजल्ट्स
HDFC बैंक के शेयरों में तेजी के दम पर बैंक निफ्टी को भी अच्छा सपोर्ट मिला है। अगर दूसरी तिमाही की नतीजे देखें तो नेट इंट्रस्ट इनकम (NII) पिछले साल के मुकाबले में 10% बढ़कर ₹30,114 करोड़ हो गई, जबकि इसका नेट प्रॉफिट पिछले साल की तुलना में 5.3% बढ़कर ₹16,821 करोड़ हो गया। एसेट क्वालिटी की बात की जाए तो ग्रॉस NPA 1.36% रही, जो पिछले तिमाही में 1.33% थी, जबकि नेट NPA 0.41% रहा, जो पिछले तिमाही में 0.39% था। आइये अब जानते हैं ब्रोकरेज की ओर से क्या रिपोर्ट आई है।
Bernstein
ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन का मानना है कि HDFC बैंक लगभग उन समस्याओं से दूर है जिनका सामना उसके पीयर लैंडर्स (साथी बैंक) कर रहे हैं, जैसे कि नेट इंट्रस्ट मार्जिन (NIM) में गिरावट और बढ़ती लोन कॉस्ट। HDFC बैंक का नेट इंट्रस्ट मार्जिन इस तिमाही में 3.46% रहा, जो जून में 3.47% और पिछले साल की समान तिमाही में 3.4% था। बर्नस्टीन ने यह भी बताया कि सितंबर तिमाही के रिजल्ट्स साल 2020 से पहले के समान हैं, जब बैंक की कमाई में लगभग कोई आश्चर्य नहीं था। हालांकि, ब्रोकरेज का मानना है कि HDFC बैंक को रिटर्न ऑन एसेट और ग्रोथ के मोर्चे पर एक बड़ा गैप भरना है, लेकिन यह स्थिरता के साथ आगे बढ़ता हुआ दिख रहा है। ब्रोकरेज ने "आउटपरफॉर्म" रेटिंग रखी है और प्रति शेयर ₹2,100 का टारगेट तय रखा है।
Goldman Sachs
गोल्डमैन सैक्स ने HDFC बैंक पर "खरीदने" की सिफारिश की है और टारगेट प्राइस ₹2,156 रखा है। ब्रोकरेज ने कहा कि दूसरी तिमाही में भविष्य की कमाई पर बेहतर स्थिति दिखती है और कोर प्री-प्रोविजनिंग ऑपरेटिंग प्रॉफिट पर एसेट्स ऑन रिटर्न (RoA) 2.7% रहा, जो लगातार दूसरी तिमाही में सुधार का संकेत है।
Citi
ब्रोकरेज फर्म सिटी ने HDFC बैंक पर "खरीदें" की रेटिंग बनाए रखी है, लेकिन अपने टारगेट को ₹2,020 से घटाकर ₹1,990 कर दिया है। उसने कहा कि ऋणदाता रिटेल स्ट्रेस और NIM की दिशा में बेहतर स्थिति में है। उसने HDFC बैंक के लिए वित्तीय वर्ष 2025 और 2026 के लिए लोन ग्रोथ अनुमान को 8% और 12% पर घटाया है, जबकि पहले यह 11% और 14% था और इसी समयावधि में कमाई के अनुमानों को 1% और 2% कम किया है।
HDFC बैंक के 47 विश्लेषकों में से 38 ने शेयर में खरीदने की रेटिंग दी है, जबकि 9 ने "होल्ड'' की सिफारिश की है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।