स्मॉल कैप कंस्ट्रक्शन कंपनी के शेयर पर नजर, वारंट कन्वर्जन से मिले ₹42.55 करोड़ - स्टॉक 50 रुपये से कम
निवेशकों ने प्रति वारंट ₹225 (कुल इश्यू प्राइस का 75%) का भुगतान किया है, जिससे कंपनी को कुल ₹42.55 करोड़ प्राप्त हुए हैं। सुबह 9:57 बजे तक स्टॉक बीएसई पर 0.27% या 0.10 रुपये की तेजी के साथ 37.52 रुपये पर कारोबार कर रहा था।

रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रोजेक्ट बनाने वाली स्मॉल कैप कंपनी, हजूर मल्टी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (Hazoor Multi Projects Ltd) का शेयर आज निवेशकों के रडार पर है। दरअसल बीते 27 दिसंबर को कंपनी ने अपने लेटेस्ट एक्सचेंज फाइलिंग में बड़ी जानकारी दी है।
सुबह 9:57 बजे तक स्टॉक बीएसई पर 0.27% या 0.10 रुपये की तेजी के साथ 37.52 रुपये पर कारोबार कर रहा था। इस वक्त तक कंपनी का मार्केट कैप 861.23 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने दी बड़ी जानकारी
अपने लेटेस्ट एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने बताया कि उसकी फंड-रेजिंग कमेटी की मंगलवार, 23 दिसंबर 2025 को हुई बैठक में एक अहम फैसला लिया गया। बैठक में 18,91,132 वारंट्स के कन्वर्जन के बाद 1,89,11,320 इक्विटी शेयरों के अलॉटमेंट को मंजूरी दी गई।
ये शेयर ₹1 फेस वैल्यू के हैं और ₹30 प्रति शेयर (जिसमें ₹29 प्रीमियम शामिल है) के भाव पर नॉन-प्रमोटर/पब्लिक कैटेगरी के निवेशकों को प्रेफरेंशियल आधार पर जारी किए गए हैं। निवेशकों ने प्रति वारंट ₹225 (कुल इश्यू प्राइस का 75%) का भुगतान किया है, जिससे कंपनी को कुल ₹42.55 करोड़ प्राप्त हुए हैं।
इससे पहले, सदस्यों की मंजूरी के बाद इन वारंट्स को ₹300 प्रति वारंट के भाव पर अलॉट किया गया था, जिसमें से 25% यानी ₹75 पहले ही लिया गया था। वारंट धारकों को बाकी 75% राशि 18 महीने के भीतर चुकाकर इक्विटी शेयर में कन्वर्जन का अधिकार दिया गया था।
ताजा अलॉटमेंट के बाद कंपनी की जारी और चुकता शेयर पूंजी बढ़कर ₹27.06 करोड़ हो गई है, जिसमें ₹1 फेस वैल्यू वाले 27.06 करोड़ इक्विटी शेयर शामिल हैं। कंपनी ने यह भी बताया कि अभी 42,32,730 वारंट्स कन्वर्जन के लिए बाकी हैं, जिन्हें धारक तय समय के भीतर ₹225 प्रति वारंट का भुगतान कर इक्विटी शेयर में बदल सकते हैं।
Hazoor Multi Projects Q2 FY26 Results
सितंबर तिमाही में कंपनी की बिक्री 33.30% गिरकर ₹102.11 करोड़ रह गई, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹153.08 करोड़ थी। कंपनी ने बताया कि उसे इस बार ₹9.93 करोड़ का नेट लॉस हुआ है, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी ने ₹11.02 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था।
Q2 में कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन (OPM) 11.86% से गिरकर -3.86% पर आ गया। PBDT ₹16.37 करोड़ के मुनाफे से घटकर ₹9.65 करोड़ के घाटे में बदला, जबकि PBT भी ₹14.77 करोड़ के प्रॉफिट से ₹11.05 करोड़ के नुकसान में चला गया।

