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नोएडा एयरपोर्ट को लेकर बड़ा अपडेट! यात्रियों को मिलेगी EV Taxi की सर्विस, ये ऑटो कंपनी बनी पार

हाल के महीनो में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) बन कर तैयार हो गया, जिससे लोगो को लम्बे दूरी तय करना काफी आसान हो गया। वही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) ने महिंद्रा लॉजिस्टिक मोबिलिटी के साथ एक महत्वपूर्ण पार्टनरशिप का ऐलान किया है।

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हाल के महीनो में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) बन कर तैयार हो गया, जिससे लोगो को लम्बे दूरी तय करना काफी आसान हो गया।  वही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) ने महिंद्रा लॉजिस्टिक मोबिलिटी के साथ एक महत्वपूर्ण पार्टनरशिप का ऐलान किया है। इस साझेदारी के तहत, एयरपोर्ट पर यात्रियों के लिए प्रीमियम और पूरी तरह इलेक्ट्रिक टैक्सी सर्विस उपलब्ध कराई जाएगी। महिंद्रा लॉजिस्टिक मोबिलिटी की मदद से यात्रियों को अब एक नई और पर्यावरण-friendly ट्रांसपोर्ट विकल्प मिलेगी।

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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इलेक्ट्रिक टैक्सी सेवा

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) ने घोषणा की है कि वह यात्रियों के लिए पूरी तरह इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) टैक्सी सर्विस शुरू करेगा। इस सेवा से एयरपोर्ट आने-जाने वाले यात्रियों को प्रीमियम पिक-अप और ड्रॉप-ऑफ की सुविधाएं मिलेंगी। साथ समय की बचत भी होगी। महिंद्रा लॉजिस्टिक मोबिलिटी के साथ साझेदारी के बाद, ये EV टैक्सी 24 घंटे और सातों दिन उपलब्ध रहेंगी।

टैक्सी बुकिंग कैसे करें?

अब टैक्सी बुकिंग कैसे करें? यह सवाल काफी अहम है, तो जानते है आखिर इस बुकिंग के लिए क्या प्रोसेस है।

इन प्रीमियम इलेक्ट्रिक टैक्सियों की बुकिंग बहुत आसान होगी। यात्री मोबाइल ऐप, वेबसाइट, कॉल सेंटर, एयरपोर्ट कियोस्क जैसी सुविधाओं के जरिए इन सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के CEO क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा कि "हमने महिंद्रा लॉजिस्टिक मोबिलिटी के साथ साझेदारी की है ताकि यात्रियों को एयरपोर्ट से उनके गंतव्य तक निर्बाध, पर्यावरण-अनुकूल यात्रा मिल सके।"

नोएडा एयरपोर्ट के विकास में तेजी

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कमर्शियल उड़ानें अगले साल, यानी अप्रैल 2024 से शुरू होने जा रही हैं। इस एयरपोर्ट के रनवे पर ट्रायल फ्लाइट्स भी शुरू हो चुकी हैं। इस दौरान, विमानों ने 15 मिनट तक हवा में उड़ान भरी और फिर रनवे पर सुरक्षित लैंड किया। इस प्रक्रिया में एयरपोर्ट अथॉरिटी और टेक्निकल स्टाफ ने महत्वपूर्ण डाटा कलेक्ट किया, जो DGCA (Director General of Civil Aviation) को भेजा जाएगा।

कमर्शियल फ्लाइट्स और एयरपोर्ट की क्षमता

जानकारी के मुताबिक, पहले फेज में इस एयरपोर्ट की क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों की होगी। नोएडा एयरपोर्ट से प्रतिदिन 65 फ्लाइट्स उड़ान भरेंगी, जिसमें 62 डोमेस्टिक और 2 इंटरनेशनल फ्लाइट्स शामिल होंगी। एयरपोर्ट के निर्माण का काम स्विस कंपनी, ज्यूरिख इंटरनेशनल द्वारा किया जा रहा है, और यह कंपनी अगले 40 साल तक एयरपोर्ट का संचालन करेगी।

नोएडा एयरपोर्ट: एशिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट

पूरा एयरपोर्ट बन जाने के बाद, यह एशिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन जाएगा। इसके साथ ही, इससे आने वाले समय में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और भारतीय एविएशन इंडस्ट्री को भी मजबूती मिलेगी।
 

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।