शेयर मार्केट में छोटे निवेशकों का पैसा डूब सकता है? दिग्गज उद्योगपति हर्ष गोयनका ने क्या कह दिया?
हर्ष गोयनका ने अपने ट्वीट में हर्षद मेहता की याद दिलाई है। साल 1992 में हर्षद मेहता के 4000 करोड़ के घोटाले ने हिला कर रख दिया था। बैंकिंग सिस्टम का फायदा उठाकर, उनसे लोन लेकर, उनके पैसे शेयर मार्केट में लगा देते थे। शेयर बाजार के इस घोटाले के जिम्मेदार स्टॉक ब्रोकर हर्षद मेहता थे।

शेयर बाजार में क्या किसी तरह का स्कैम चल रहा है? शेयर मार्केट में क्या छोटे निवेशकों का पैसा डूब सकता है? स्टॉक की कीमतों को क्या मैन्यूपुलेट किया जा रहा है? क्या हर्षद मेहता युग की वापसी हो रही है? यहां पर हम साफ कर दें कि हमारी तरफ से यहां कोई बयान नहीं आया है। लेकिन देश के दिग्गज उद्योगपति और RPG Group के चेयरमैन Harsh Goenka ने शेयर बाजार पर बहुत बड़ी बात बोल दी है। जिससे हड़कंप मच गया है, यहां तक के उन्होंने तो निवेशकों को सावधान भी रहने की सलाह दी है।
बाजार में भारी उतार-चढ़ाव
अगर आपने गौर किया हो तो पिछले कुछ दिनों से बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। शेयर बाजार में शुक्रवार हो या सोमवार भारी उठापठक देखने को मिल रही है। शुक्रवार को ही देख लीजिए। बाजार ने एक ही दिन में हाई लगाया और उसी ही दिन में सेंसेक्स इंट्राडे में 1,000 अंक गिर गया। वहीं निफ्टी भी ऊपरी स्तरों से फिसल गया। Volatility बताने वाला इंडेक्स INDIA VIX लगभग 9% गिरकर 15 से नीचे आ गया। इससे बाजार में घबराहट मच गई। इस घटनाक्रम के बाद अगले दिन हर्ष गोयनका ने ट्वीट किया।
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एक्स' यानि ट्विटर पर अपनी आशंका जताते हुए लिखा कि
हर्ष गोयनका ने शनिवार को 'एक्स' यानि ट्विटर पर अपनी आशंका जताते हुए लिखा कि भारतीय शेयर बाजारों में तेजी के बीच कई प्रमोटर मुनाफे को बढ़ा-चढ़ाकर बता रहे हैं। वह ब्रोकर्स के साथ मिलकर अपने स्टॉक की कीमतों को अवास्तविक स्तर तक पहुंचा रहे हैं। यानि मैन्युपुलेट कर रहे हैं। इसमें मारवाड़ी और गुजराती ब्रोकर भी शामिल हैं। उन्होंने आगे लिखा कि कोलकाता में स्टॉक प्राइस से खिलवाड़ का खेल किया जा रहा है। उन्होंने इसे हर्षद मेहता और केतन पारेख युग की वापसी तक बता दिया है। उन्होंने छोटे निवेशकों को गंभीर नुकसान होने से बचाने के लिए सेबी और वित्त मंत्रालय से जांच और उचित कदम उठाने की मांग की है।
आर्थिक गड़बड़ियों
अगर आप गौर से हर्ष गोयनका के ट्वीट को समझें तो हर्षद मेहता और केतन पारेख के समय की आर्थिक गड़बड़ियों की याद दिलाते हुए फिर से ऐसा होने के लिए अलर्ट किया है। हर्ष गोयनका ने खासतौर पर कोलकाता में प्रमोटरों और गुजराती-मारवाड़ी ब्रोकर्स के जरिए स्टॉक कीमतों में मैन्युपुलेशन की तरफ निवेशकों का ध्यान खींचा है। यानी उनके हिसाब से समझा जाए तो इस समय जो शेयर बाजार में हो रहा है, उसमें कुछ भी वास्तविक नहीं है। हर्ष गोयनका के मुताबिक निवेशकों के पैसे उसी तरह डूब सकते हैं, जैसा हर्षद मेहता और केतन पारेख के समय हुआ था।
सेबी चीफ माधबी पुरी बुच का बयान
अगर आप थोड़ा पीछे जाएं तो स्मॉल कैप और मिडकैप में जबरदस्त रैली चल रही थी। लेकिन उसके बाद सेबी चीफ माधबी पुरी बुच का बयान आया। बाजार रेग्युलेटर ने मिड कैप और स्मॉल की वैल्यूएशन पर चिंता जाहिर की थी और बबल को लेकर वॉर्निंग दी थी। उन्होंने फ्रॉथ शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसका मतलब होता है झाग। माधबी पुरी बुच के बयान के बाद शेयर मार्केट में भारी गिरावट देखने को मिली।
हर्षद मेहता की याद
हर्ष गोयनका ने अपने ट्वीट में हर्षद मेहता की याद दिलाई है। साल 1992 में हर्षद मेहता के 4000 करोड़ के घोटाले ने हिला कर रख दिया था। बैंकिंग सिस्टम का फायदा उठाकर, उनसे लोन लेकर, उनके पैसे शेयर मार्केट में लगा देते थे। शेयर बाजार के इस घोटाले के जिम्मेदार स्टॉक ब्रोकर हर्षद मेहता थे। उस समय ये घोटाला करीब 4000 करोड़ रुपए का था जिसे आज के संदर्भ में आप करीब 50 हजार करोड़ रुपए का मान सकते हैं।