इस फार्मा कंपनी ने दी 3 बड़ी जानकारी, बिजनेस ग्रोथ पर बढ़ाया फोकस - शेयर में हलचल
कंपनी ने एक साथ 3 बड़ी जानकारी दी है। इसमें सितंबर तिमाही (Q2 FY26) रिजल्ट, अपने सब्सिडियरी कंपनी में निवेश और फॉर्म्युलेशन प्लांट की टेस्टिंग के लाइसेंस की जानकारी शामिल है।

Pharma Stock: एनएसई पर लिस्ट फार्मा सेक्टर की स्मॉल कैप कंपनी, बालाक्सी फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (Balaxi Pharmaceuticals Limited) ने अपने निवेशकों को एक साथ 3 बड़ी जानकारी दी है। इसमें सितंबर तिमाही (Q2 FY26) रिजल्ट, अपने सब्सिडियरी कंपनी में निवेश और फॉर्म्युलेशन प्लांट की टेस्टिंग के लाइसेंस की जानकारी शामिल है।
खबर लिखे जानें तक कंपनी का शेयर सुबह 10:57 बजे तक एनएसई पर 4.20% या 1.68 रुपये टूटकर 38.29 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। कंपनी का मार्केट कैप 211.39 करोड़ रुपये का है।
Balaxi Pharma Q2 FY26 Results
कंपनी ने बताया कि सितंबर 2025 तिमाही के नतीजे काफी कमजोर रहे हैं। कंपनी का नेट प्रॉफिट 95.42% गिरकर केवल ₹0.21 करोड़ रह गया है, जबकि पिछले साल सितंबर 2024 की तिमाही में कंपनी ने ₹4.59 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया था। बिक्री में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है - यह 27.40% घटकर ₹56.18 करोड़ रह गई, जो पिछले साल समान तिमाही में ₹77.38 करोड़ थी।
कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन (OPM) 13.69% से घटकर सिर्फ 2.06% रह गया है। वहीं, PBDT (Profit Before Depreciation and Tax) ₹6.03 करोड़ से घटकर ₹1.86 करोड़, और PBT (Profit Before Tax) ₹5.56 करोड़ से गिरकर ₹1.38 करोड़ हो गया है।
सब्सिडियरी कंपनी में निवेश
एनएसई फाइलिंग में कंपनी ने जानकारी दी कि कंपनी के बोर्ड मेंबर्स ने अपनी 100% सब्सिडियरी कंपनी- Balaxi Global FZCO, दुबई में 4 मिलियन डॉलर तक की इक्विटी निवेश को मंजूरी दी है। इस निवेश का मकसद सब्सिडियरी कंपनी के ऑपरेशनल और बिजनेस एक्सपैंशन की जरूरतों को पूरा करना है।
Balaxi Global FZCO का मुख्य काम दवाइयों और फार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट का डिस्ट्रीब्यूशन और मार्केटिंग करना है, जो कि Balaxi Pharmaceuticals के मुख्य कारोबार के अनुसार है।
कंपनी ने बताया कि यह निवेश राशि Balaxi Global FZCO, दुबई के संचालन और विस्तार से जुड़ी आवश्यकताओं में उपयोग की जाएगी।
यह प्रस्तावित निवेश एक Overseas Direct Investment (ODI) है, जो Foreign Exchange Management (Overseas Investment) Directions, 2022, Rules 2022, और Regulations 2022 के तहत ऑटोमैटिक रूट में आता है। इसका मतलब है कि इस निवेश के लिए किसी विशेष सरकारी मंजरी की जरूरत नहीं है।
कंपनी को फॉर्म्युलेशन प्लांट की टेस्टिंग के लिए मिला लाइसेंस
कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर ने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को कंपनी के पहले फॉर्म्युलेशन प्लांट (Formulation Plant) के प्रोग्रेस के बारे में जानकारी दी, जो जडचेरला, हैदराबाद में स्थित है। बोर्ड को बताया गया कि मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी की सेटअप प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और कंपनी को टेस्ट मैन्युफैक्चरिंग लाइसेंस मिल गया है।
कंपनी ने इस तिमाही के दौरान वॉटर सिस्टम वैलिडेशन और वेंडर क्वालिफिकेशन प्रोसेस भी सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। टेस्ट मैन्युफैक्चरिंग लाइसेंस के तहत, पैरासिटामोल 500mg और पाइरॉक्सिकैम 20mg की शुरुआती बैचों का उत्पादन किया गया है और उन्हें स्टेबिलिटी स्टडीज के लिए रखा गया है।
इसके अलावा, मैनेजिंग डायरेक्टर ने बताया कि अब कंपनी GMP ऑडिट की तैयारी कर रही है, जिसमें मुख्य रूप से डॉक्यूमेंटेशन की तैयारी, स्नैग लिस्ट में चिन्हित जरूरी बिंदुओं को बंद करना, क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम को मजबूत करना और ऑपरेशनल SOPs (Standard Operating Procedures) में सुधार पर ध्यान दिया जा रहा है।

