अपोलो माइक्रो सिस्टम्स ने बदले 65 लाख वारंट! जुटाए 56 करोड़ रुपये - शेयर में आई तेजी
भुगतान और जरूरी दस्तावेज मिलने के बाद बोर्ड ने कुल 65,69,000 वारंट्स को शेयरों में बदलने की मंजूरी दी है। इन शेयरों में 61,15,000 शेयर कनिष्क रेड्डी, 3,54,000 शेयर सुपरस्टार इन्वेस्टमेंट्स और 1,00,000 शेयर श्रीनिवास रेड्डी गंगुला को आवंटित किए गए।

Apollo Micro Systems Share: डिफेंस सेक्टर की कंपनी, अपोलो माइक्रो सिस्टम्स लिमिटेड (Apollo Micro Systems Ltd) का शेयर आज हरे निशान पर ट्रेड कर रहा है। कंपनी ने हाल ही में अपने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया है कि 19 नवंबर 2025 को कंपनी ने तीन वारंट होल्डर्स- बल्लम कनिष्क रेड्डी, सुपरस्टार इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड और श्रीनिवास रेड्डी गंगुला से कुल 56,16,49,500 रुपये बतौर वॉरंट एक्सरसाइज प्राइस प्राप्त हुए।
भुगतान और जरूरी दस्तावेज मिलने के बाद बोर्ड ने कुल 65,69,000 वारंट्स को शेयरों में बदलने की मंजूरी दी है। इन शेयरों में 61,15,000 शेयर कनिष्क रेड्डी, 3,54,000 शेयर सुपरस्टार इन्वेस्टमेंट्स और 1,00,000 शेयर श्रीनिवास रेड्डी गंगुला को आवंटित किए गए। इसके बाद कंपनी की कुल चुकता शेयर पूंजी बढ़कर ₹34,22,43,736 हो गई, जिसमें अब 34,22,43,736 इक्विटी शेयर शामिल हैं।
इसके अलावा, कंपनी के शेयरधारकों ने 4 फरवरी 2025 को बोर्ड को वारंट्स की शर्तों में बदलाव करने का अधिकार दिया था। इसी अधिकार का उपयोग करते हुए बोर्ड ने 19 नवंबर 2025 की बैठक में निर्णय लिया कि बचे हुए 2,93,55,776 वारंट्स, जिन्हें पहले 1 दिसंबर 2025 तक शेयरों में बदला जाना था, अब उनकी अंतिम वैलिडिटी डेट बढ़ाकर 30 जून 2026 कर दी गई है। इसका मतलब है कि वारंट होल्डर्स अब जून 2026 तक किसी भी समय अपने वारंट्स को शेयरों में बदल सकेंगे।
Apollo Micro Systems Share
सुबह 11:11 बजे तक शेयर बीएसई पर 1.04% या 2.90 रुपये चढ़कर 282.50 रुपये पर ट्रेड कर रहा था तो वहीं एनएसई पर स्टॉक 0.89% या 2.50 रुपये चढ़कर 281.90 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
हाल ही में किया था इस कंपनी का अधिग्रहण
कंपनी ने हाल ही में अपने लेटेस्ट एक्सचेंज फाइलिंग में बताया था की Apollo Micro Systems की सब्सिडियरी कंपनी, Apollo Defence Industries Private Limited ने IDL Explosives Limited का अधिग्रहण पूरा कर लिया है। यह अधिग्रहण GOCL Corporation Limited से शेयर ट्रांसफर के माध्यम से किया गया, जो अब तक IDL Explosives की होल्डिंग कंपनी थी।
इस अधिग्रहण के पूरा होने के साथ, IDL Explosives Limited अब Apollo Micro Systems की एक सब्सिडियरी कंपनी बन गई है।

