शेयर बाजार में AI का इस्तेमाल कर कैसे उठाएं फायदा?
अब निवेश केवल इंसानी समझ और अनुभव पर नहीं, बल्कि डेटा-संचालित निर्णयों पर आधारित होता जा रहा है। चलिए आज यह जानते हैं कि शेयर बाजार में AI का इस्तेमाल कर आप कैसे फायदा उठा सकते हैं?

AI in Share Market: टेक्नोलॉजी के इस तेज दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), शेयर बाजार में भी लोगों की मदद कर रहा है। अब निवेश केवल इंसानी समझ और अनुभव पर नहीं, बल्कि डेटा-संचालित निर्णयों पर आधारित होता जा रहा है। चलिए आज यह जानते हैं कि शेयर बाजार में AI का इस्तेमाल कर आप कैसे फायदा उठा सकते हैं?
AI का शेयर बाजार में क्या मकसद?
AI का मुख्य उद्देश्य बड़े मात्रा में डेटा को तेजी से प्रोसेस करना, उसमें पैटर्न पहचानना और समय रहते निर्णय लेना है। शेयर बाजार में AI स्टॉक्स की कीमतों, ट्रेंड्स, खबरों और सोशल मीडिया गतिविधियों का विश्लेषण कर संभावित उतार-चढ़ाव का अनुमान लगाता है।
आप भी ऐसे कर सकते हैं एआई का इस्तेमाल
शेयर बाजार में शुरू करने वाले और अनुभवी निवेशक दोनों ही टिकरटेप और ट्रेंडलाइन जैसे एआई-संचालित स्टॉक स्क्रीनर्स का उपयोग कर रहे हैं, ताकि रियल टाइम के डेटा, रुझानों और वित्तीय संकेतकों के आधार पर हजारों स्टॉक को फिल्टर किया जा सके।
कुछ निवेशक Groww और INDmoney जैसे प्लेटफॉर्म पर रोबो-सलाहकार पर्सनल जोखिम प्रोफाइल और लॉन्ग टर्म लक्ष्यों के अनुरूप एआई-जनरेटेड पोर्टफोलियो पेश कर रहे हैं।
दूसरी ओर, एडवांस ट्रेडर्स QuantConnect और TradingView, जैसे एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की ओर रुख कर रहे हैं, जहां एआई-संचालित बॉट पूर्व-निर्धारित स्थितियों के आधार पर हाई वॉल्यूम वाले ट्रेडों का पता लगाते हैं।
आम निवेशकों के कैसे काम आ रहा है?
अब कई प्रमुख ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जैसे Zerodha, Upstox और Angel One, AI-आधारित टूल्स से लैस हो चुके हैं। ये टूल्स न केवल निवेशकों को संभावित ट्रेडिंग अवसर सुझाते हैं, बल्कि खरीद-बिक्री के सही समय का भी इशारा करते हैं।
एआई आधारित रोबोट अडवाइजर्स आम निवेशकों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। ये सिस्टम निवेशक की जोखिम क्षमता और वित्तीय लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए पोर्टफोलियो तैयार करते हैं और समय-समय पर उसमें संतुलन भी लाते हैं।
साथ ही, AI सेंटिमेंट एनालिसिस के जरिए यह पहचानता है कि किसी खबर या सोशल मीडिया पोस्ट का स्टॉक पर पॉजिटिव या निगेटिव असर पड़ेगा या नहीं। इससे निवेशक को एक अतिरिक्त संकेत मिलता है कि बाजार किस दिशा में जा सकता है।
कुछ अनुभवी निवेशक अब ऑटोमेटेड ट्रेडिंग बॉट्स का उपयोग कर रहे हैं जो पहले से निर्धारित शर्तों के आधार पर अपने-आप ट्रेड करते हैं। यह विशेष रूप से तब काम आता है जब सेकंडों में निर्णय लेना हो।
जोखिम भी समझना जरूरी
हालांकि AI तेज और प्रभावशाली है, लेकिन यह अचूक नहीं। अचानक हुए राजनीतिक निर्णय, युद्ध जैसे हालात या आर्थिक नीति में बदलाव AI मॉडल को भी भ्रमित कर सकते हैं। इसलिए मार्केट एक्सपर्ट की तरह, AI को एक सहायक टूल मानना ही बेहतर होगा।
AI अब भविष्य की नहीं, वर्तमान की तकनीक बन चुका है। अगर इसका उपयोग समझदारी से किया जाए, तो यह आम निवेशक को स्मार्ट निवेशक बनने की राह दिखा सकता है।