कार या बाइक में मौजूद क्रूज कंट्रोल फीचर क्या होता है? जानिए क्या है इसका फायदा
क्रूज कंट्रोल एक ऐसा बेहतरीन फीचर है, जो ड्राइवर को लगातार एक्सीलरेटर पैडल को दबाए बिना, व्हीकल की गति को एक स्थिर और पूर्व-निर्धारित स्पीड पर बनाए रखने की अनुमति देता है।

What is Cruise Control Feature: अगर आप नई कार या फिर प्रीमियम बाइक खरीदने जा रहे हैं तो उससे पहले यह जरूर देख लें की आपकी गाड़ी में क्रूज कंट्रोल (Cruise Control) फीचर मौजूद है या नहीं।
क्रूज कंट्रोल एक ऐसा बेहतरीन फीचर है, जो ड्राइवर को लगातार एक्सीलरेटर पैडल को दबाए बिना, व्हीकल की गति को एक स्थिर और पूर्व-निर्धारित स्पीड पर बनाए रखने की अनुमति देता है।
एक बार जब आप इस सिस्टम को एक्टिव करते हैं और अपनी पसंदीदा गति (जैसे 80 किमी/घंटा या 100 किमी/घंटा) सेट कर देते हैं, तो सिस्टम वाहन के थ्रॉटल को अपने आप कंट्रोल करता है, ताकि वह स्पीड बनाए रखी जा सके। ड्राइवर सिर्फ स्टीयरिंग पर ध्यान केंद्रित कर सकता है।
कैसे काम करता है क्रूज कंट्रोल?
क्रूज कंट्रोल सिस्टम में कई इलेक्ट्रॉनिक सेंसर और एक कंट्रोल यूनिट होती है। जब इसे एक्टिव किया जाता है, तो कंट्रोल यूनिट व्हील स्पीड सेंसर से डेटा लेती है और इंजन की पावर (थ्रॉटल) को एडजस्ट करती है ताकि सेट की गई गति बनी रहे।
क्रूज कंट्रोल के फायदे
क्रूज कंट्रोल फीचर खासतौर पर लंबी दूरी की यात्रा, हाईवे पर ड्राइविंग के दौरान कई बड़े फायदे देता है जैसे:-
ड्राइवर की थकान में कमी: क्रूज कंट्रोल से लंबे सफर में एक्सीलरेटर पर लगातार पैर रखने से होने वाली थकान से आजादी मिलती है, जिससे ड्राइवर अधिक रिलैक्स महसूस करता है और उसकी एकाग्रता बेहतर बनी रहती है।
फ्यूल एफीसिएंसी: क्रूज़ कंट्रोल वाहन को एक समान गति पर चलाता है, जिससे गैर जरूरी एक्सीलरेट या ब्रेक लगाने से बचा जाता है। इंजन को एक स्थिर और निश्चित आरपीएम (RPM) पर चलने से ईंधन की खपत कम होती है, जिससे माइलेज बेहतर होता है।
ओवरस्पीडिंग से बचाव: यह फीचर एक निश्चित गति बनाए रखता है, जिससे अनजाने में गति सीमा पार करने (ओवरस्पीडिंग) की संभावना कम हो जाती है, और आप ट्रैफिक नियमों का बेहतर पालन कर पाते हैं।
सहज और आरामदायक यात्रा: इस फीचर का फायदा बाइक राइडर्स को भी काफी मिलता है। थ्रॉटल को लगातार पकड़े रहने के तनाव से राहत मिलती है, जिससे सवारी अधिक सहज और आरामदायक हो जाती है।

