38 कारोबारी दिनों के बाद FIIs ने की खरीदारी, अब बाजार को मिलेगी नई रफ्तार?
विदेशी निवेशक यानि FIIs ने अक्तूबर महीने में करीब 1.14 लाख करोड़ की बिकवाली की। ये सिलसिला यहीं नहीं थमा बल्कि नवंबर महीने की शुरुआत से 22 नवंबर तक 42,000 करोड़ की निकासी देखने को मिली। लेकिन अब ये हालात बदलते दिख रहे हैं...

विदेशी निवेशक यानि FIIs ने अक्तूबर महीने में करीब 1.14 लाख करोड़ की बिकवाली की। ये सिलसिला यहीं नहीं थमा बल्कि नवंबर महीने की शुरुआत से 22 नवंबर तक 42,000 करोड़ की निकासी देखने को मिली। लेकिन अब ये हालात बदलते दिख रहे हैं, FIIs आखिरकार खरीदारी के मूड में आते दिखे हैं, आइये इसके पीछे की वजह को तलाशते हैं।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने शेयर बाजार में शुद्ध खरीदी की, जिसमें उन्होंने करीब ₹9,947.55 करोड़ वैल्यू के शेयर खरीदे हैं। यह एक महत्वपूर्ण बदलाव 38 सत्रों के बाद देखने को मिला है।
वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने ₹6,907.97 करोड़ मूल्य के शेयर बेचे हैं, जैसा कि आंकड़ों से पता चलता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम हाल ही में हुए MSCI (मॉर्गन स्टेनली कैपिटल इंटरनेशनल) रिबैलेंसिंग के प्रभाव से प्रेरित है। MSCI में हुए बदलावों के कारण भारतीय बाजारों में लगभग $200 मिलियन मूल्य के शेयर खरीदे गए। इस रिबैलेंसिंग के हिस्से के रूप में, FIIs ने HDFC बैंक के 21.4 करोड़ शेयर खरीदे, जिनकी कुल वैल्यू लगभग ₹38,164 करोड़ थी।
यह बदलाव नवंबर और अक्टूबर में उनकी हालिया बिक्री की स्थिति से एक मोड़ दर्शाता है, इसके पहले जून से सितंबर तक लगातार खरीदी का दौर रहा था।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।