scorecardresearch

अब टैक्स नहीं, सुरक्षा है असली मकसद; बदलते Tax Rule में Insurance खरीदने का नजरिया बदलेगा

Tax Rule: नए टैक्स सिस्टम के आने के बाद इंश्योरेंस सेक्टर में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। अब लोग टैक्स बचाने के लिए नहीं ब्लकि लाइफ सिक्योरिटी के लिए इंश्योरेंस लेते हैं।

Advertisement
New Tax Rule

पहले के समय में जब लोग Insurance खरीदते थे तो उसका मकसद सिर्फ टैक्स बचाना होता था। लाइफ इंश्योरेंस को एक निवेश की तरह देखा जाता था जिससे मैच्योरिटी पर पैसा भी मिले और हर साल टैक्स में छूट भी मिल जाए। लेकिन अब यह सोच धीरे-धीरे बदल रही है, और इसकी वजह  सरकार का नया टैक्स सिस्टम (New Tax System) है।

advertisement

अब क्यों बदल रहा है बीमा खरीदने का नजरिया?

Probus के डायरेक्टर राकेश गोयल ने कहा के साल 2020 में जब नया टैक्स सिस्टम आया तो इसमें टैक्स की दरें कम थीं लेकिन उसमें 80C और 80D जैसी टैक्स छूट का फायदा नहीं मिलता। वहीं, 2023 और फिर 2024-25 के बजट में सरकार ने इस नए सिस्टम को और आकर्षक बनाया। अब नए टैक्स सिस्टम में जीरो टैक्स लिमिट को ₹12 लाख तक बढ़ा दिया।

इस बदलाव का असर ये हुआ कि अब लोगों को बीमा खरीदने के पीछे टैक्स बचाने की मजबूरी नहीं रह गई। अब जो भी बीमा खरीदेगा वह वास्तव में सुरक्षा के लिए खरीदेगा।

पुराना सिस्टम बनाम नया सिस्टम

पुराने टैक्स सिस्टम में आप लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर 1.5 लाख तक की छूट (Section 80C) और हेल्थ इंश्योरेंस पर 25,000 से 50,000 रुपये तक की छूट (Section 80D) ले सकते थे। लेकिन नए टैक्स सिस्टम में कोई ऐसी छूट नहीं है। इसका मतलब यह है कि अगर आप नए सिस्टम में हैं तो बीमा खरीदने का एकमात्र कारण आपकी सुरक्षा है, टैक्स नहीं।

अब क्या करें निवेशक?

राकेश गोयल के अनुसार अब बीमा को ‘टैक्स-सेविंग टूल’ न समझकर ‘प्रोटेक्शन टूल’ मानना होगा। अगर आपके पास टर्म इंश्योरेंस (Term Insurance) नहीं है तो सबसे पहले उसी पर ध्यान देना चाहिए। टर्म प्लान कम कीमत में बड़ी सुरक्षा देता है, जो भविष्य के लिए एक मजबूत कवच बनता है।

हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) की अहमियत भी उतनी ही बनी रहेगी। महंगे इलाज और मेडिकल खर्चों के बीच एक अच्छा हेल्थ प्लान आपकी सेविंग को सुरक्षित रख सकता है।

इंवेस्टमेंट प्लानिंग कैसे करें?

अगर आपको टैक्स छूट की जरूरत है, तो आप PPF, NPS या ELSS जैसे ऑप्शन पर भी विचार कर सकते हैं। ये इन्वेस्टमेंट आपको पुराने सिस्टम में टैक्स छूट देते हैं और लंबे समय तक अच्छा रिटर्न भी देते हैं।