हर महीने पेंशन की गारंटी, लोगों को खूब पसंद आ रही ये सरकारी स्कीम
Goverment Scheme: अटल पेंशन योजना आपके बुढ़ापे के लिए एक अच्छा ऑप्शन है। इसमें आप कम पैसे जमा करके भी अपनी फ्यूचर की पेंशन सुनिश्चित कर सकते हैं और साथ ही टैक्स में भी सेविंग कर सकते हैं।

अटल पेंशन योजना (APY) ने अब तक 7.60 करोड़ से ज्यादा लोगों को पेंशन का फायदा दिया है। पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) ने बताया कि 31 मार्च 2025 तक इस योजना में 1.17 करोड़ से ज्यादा नए लोग जुड़े हैं। यह योजना उन लोगों के लिए है जो बुढ़ापे में रेगुलर इनकम के रूप से पैसे चाहते हैं।
महिलाओं की बढ़ गई भागीदारी
PFRDA की रिपोर्ट के अनुार इस योजना में महिलाओं का हिस्सा लगातार बढ़ रहा है। साल 2024-25 में 55% महिलाओं की भागीदारी थीं। इससे साफ दिखता है कि महिलाएं भी अपनी फ्यूचर प्लानिंग के लिए जागरूक हो रही हैं। PFRDA ने देशभर में 32 कार्यक्रम चलाए ताकि और लोग इस योजना के बारे में जान सकें।
अटल पेंशन योजना क्या है? (What is Atal Pension Sheme)
इस योजना में हर महीने आपको 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक की पेंशन मिलती है। पेंशन की राशि इस बात पर निर्भर करेगी कि आपने कितना पैसा जमा किया है। अगर निवेशक की मृत्यु हो जाती है तो उसके पति या पत्नी को ये पेंशन मिलेगी। वही अगर दोनों का निधन हो जाता है तब नॉमिनी को पूरी राशि वापस मिल जाएगी।
इस योजना में 20 साल तक पैसे जमा करना जरूरी है। अगर आपकी उम्र 18 साल है तो आपको हर महीने 210 रुपये जमा करने होंगे। इससे 60 साल के बाद आपको 5000 रुपये महीने की पेंशन मिलेगी। अगर आपको 1000 रुपये की पेंशन चाहिए तो आपको सिर्फ 242 रुपये हर महीने जमा करने होंगे।
पति-पत्नी दोनों इस योजना से जुड़कर 10,000 रुपये तक की पेंशन पा सकते हैं। अगर पति का निधन 60 साल से पहले हो जाता है तो पत्नी को पेंशन मिलती रहेगी।
निवेशक को मिलता है टैक्स बेनिफिट
अटल पेंशन योजना में निवेश करने पर आपको टैक्स में भी छूट मिलती है। आप आयकर की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स बचा सकते हैं। इस योजना में शामिल होने के लिए आपकी उम्र 18 से 40 साल के बीच होनी चाहिए। आवेदन के लिए आवेदक के पास बैंक अकाउंट, आधार कार्ड और मोबाइल नंबर होना चाहिए।
वर्ष 2022 में सरकार ने इस योजना के नियमों में बदलाव किया गया। नए नियमों के अनुसार, जिन लोगों को इनकम टैक्स देना होता है वे इस योजना का फायदा नहीं उठा सकते। यह बदलाव 1 अक्टूबर 2022 से लागू है।