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BT Bazaar Editorial: क्या चीन की इकोनॉमी कमबैक कर पाएगी?

अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि चीन की इकॉनमी की ग्रोथ 2030 में 3.5% रह जाएगी और 2050 में यह एक प्रतिशत के आसपास फिसल जाएगी। पहले 2030 तक इसके 4.3% और 2050 तक 1.6% रहने का अनुमान था। वहीं अमेरिका 2050 तक यह ग्रोथ 1.5 परसेंट रह सकती है।

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पिछले साल चीन की इकोनॉमी तीन% की ग्रोथ से बढ़ी जो कई 10 सालों में सबसे कम है
पिछले साल चीन की इकोनॉमी तीन% की ग्रोथ से बढ़ी जो कई 10 सालों में सबसे कम है

एक दौर था जब China की विकास की रफ्तार के आगे दुनिया धीमी पड़ गई थी। दुनिया भर के बाजार चीन के माल से पटे पड़े थे। चीन दुनिया की पसंदीदा फैक्ट्री बना हुआ था। ऐसा माना जा रहा था कि चीन जल्द ही America को पछाड़कर दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा। लेकिन चीन के इस सपने के बीच Covid-19 आ गया और अचानक से चीन की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से हिल गई। हालात इस कदर बेकाबू हुए कि बेरोजगारी सातवें आसमान पर पहुंच गई। Real Estate पूरी तरह से धड़ाम हो गया। यहां तक के जो विदेशी कंपनियां और निवेशक चीन की पहली पसंद थे, उन्होंने भी मुंह मोड़ना शुरू कर दिया है। लेकिन अभी भी चीन अमेरिका को पछाड़कर दुनिया की सबसे मजबूत और बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का सपना देख रहा है। लेकिन क्या अगर चीनी अर्थव्यवस्था वापस कमबैक करती है तो ये संभव है। इसका जवाब आपको जरूर मिलेगा, इस पर एक बड़ी रिपोर्ट आई है। जो शीशे की तरह स्थिति एक दम साफ कर देगी। लेकिन उससे पहले चीन और अमेरिका की अर्थव्यवस्था की तुलना करते हैं। ताकि अब पता चल जाए कि चीन के इस सपने के पूरे होने में कितना दम है? 

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पिछले साल चीन की इकोनॉमी तीन प्रतिशत की ग्रोथ से बढ़ी जो कई 10 सालों में सबसे कम है। चीन का एक्सपोर्ट धड़ाम से गिर गया है, सर्विस PMI 8 महीने के लो पर पहुंच गया। कंपनियों पर सरकार की कार्रवाई से भी दुनिया का भरोसा चीन पर कम हुआ है। साथ ही अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ चीन का तनाव चरम पर है। वहीं दूसरी ओर अमेरिका आज बेहतर स्थिति में दिख रहा है। स्ट्रॉन्ग लेबर मार्केट, कंज्यूमर खर्च में बढ़ोतरी और महंगाई में गिरावट से देश की इकॉनमी में आत्मविश्वास की बहाली हुई है। कुछ महीने पहले तक अमेरिका के मंदी में फंसने का अनुमान लगाया जा रहा था लेकिन फिलहाल अमेरिका की इकॉनमी उस स्थिति से बाहर निकल गई है। 

ऐसा माना जा रहा था कि चीन जल्द ही America को पछाड़कर दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा
ऐसा माना जा रहा था कि चीन जल्द ही America को पछाड़कर दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा

अब जानते हैं कि उस रिपोर्ट के बारे में जिसमें चीन के सपने की हकीकत बताई गई है। क्या चीन दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका को पछाड़ देगा और अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर नंबर वन बन जाएगा। Bloomberg Economics के मुताबिक चीन को अमेरिका से आगे निकलने के लिए अब 2040 के दशक के तक इंतजार करना होगा। तब भी वो मामूली मार्जिन से आगे निकल सकता है, लेकिन तभी फिर अमेरिका उसे पछाड़ देगा। ब्लूमबर्ग के अर्थशास्त्रियों का मानना है कि चीन की इकोनॉमी में अनुमानों से पहले ही सुस्ती आ गई। कोरोना के बाद जो तेजी दिख रही थी लेकिन वो पटरी से उतर गई है। रियल एस्टेट सेक्टर गहरे संकट में है और इकॉनमी लीडरशिप के हाथ से फिसल रही है। हर दिन के साथ लोगों का सरकार पर भरोसा कम होता जा रहा है। इससे ग्रोथ के पटरी पर लौटने की उम्मीद बहुत कम है। अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि चीन की इकॉनमी की ग्रोथ 2030 में 3.5% रह जाएगी और 2050 में यह एक प्रतिशत के आसपास फिसल जाएगी। पहले 2030 तक इसके 4.3% और 2050 तक 1.6% रहने का अनुमान था। वहीं अमेरिका 2050 तक यह ग्रोथ 1.5% रह सकती है। यानि की दुनिया के अर्थशास्त्रियों के हिसाब से देखें तो चीन का सपना सिर्फ सपना ही रह जाएगा। लेकिन यहां देखना होगा कि आने वाले सालों में तेजी से बदलती टेक्नोलॉजी के बीच कौन सा देश बेहतर परफॉर्म करता है।

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