आम आदमी के लिए घर खरीदना क्यों बन रहा है चुनौती? Noida से Gurgaon की हकीकत
भारत के बड़े शहरों में घर खरीदना आज भी आम आदमी के लिए एक चुनौती बना हुआ है। इस वजह से कम बजट के लोग शहर के बाहरी इलाकों में ही जाकर घर खरीदने का सपना पूरा कर पाते हैं।

भारत के बड़े शहरों में घर खरीदना आज भी आम आदमी के लिए एक चुनौती बना हुआ है। इस वजह से कम बजट के लोग शहर के बाहरी इलाकों में ही जाकर घर खरीदने का सपना पूरा कर पाते हैं। इस बढ़ती डिमांड ने इन आउटर एरियाज में भी कीमतों को बढ़ाने का काम किया है। ANAROCK की रिसर्च के मुताबिक बीते 6 साल के दौरान कुछ बाहरी इलाकों ने प्रमुख इलाकों के मुकाबले ज़्यादा तेज़ी से प्रॉपर्टी की कीमतों में बढ़ोतरी देखी है।
रिसर्च में दावा किया गया है कि दिल्ली-NCR
-नोएडा एक्सप्रेसवे जैसे बाहरी इलाकों में 66 फीसदी की ग्रोथ देखी गई है और यहां पर दाम 5 हजार 75 रुपए से बढ़कर 8 हजार 400 रुपए प्रति वर्ग फीट हो गए हैं
-वहीं, राज नगर एक्सटेंशन जैसे प्रमुख एरिया में ये बढ़ोतरी 55 परसेंट रही है और यहां पर फ्लैट की कीमतें 3260 रुपए से बढ़कर 5 हजार 50 रुपए प्रति वर्ग फीट हो गई हैं
-दूसरी तरफ, मुंबई के वर्ली जैसे प्रमुख एरिया में कीमतें 38 हजार 560 से केवल 37 परसेंट बढ़कर 53 हजार रुपए प्रति वर्ग फीट तक पहुंच पाई हैं
-जबकि पनवेल जैसे बाहरी इलाकों में 58 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और यहां पर अब दाम 8 हजार 700 रुपए प्रति वर्ग फीट हो गए हैं
दिलचस्प बात है कि कोविड-19 महामारी के बाद, बाहरी इलाकों में घर खरीदने का ट्रेंड बढ़ा है। बड़े खुले स्पेस, हरियाली और सस्ती कीमतें लोगों को आकर्षित कर रही हैं। हालांकि, प्रमुख इलाकों में भी कीमतें बढ़ी हैं, लेकिन बाहरी इलाकों का प्रदर्शन बेहतर रहा है।
रिसर्च के मुताबिक NCR में
-गुरुग्राम के सोहना में 43 परसेंट ग्रोथ दर्ज की गई है और यहां पर प्रति वर्ग फीट कीमत 2019 के 4 हजार 120 रुपए से बढ़कर 5900 रुपए हो गई है
-मुंबई के विरार में कीमतें 4440 रुपए से में 58 परसेंट बढ़कर 6 हजार 850 रुपए प्रति वर्ग फीट हो गई हैं
-और बेंगलुरु के देवनहल्ली में 4 हजार 982 रुपए के मुकाबले दाम 49 फीसदी बढ़कर 7400 रुपए प्रति वर्ग फीट हो गए हैं
एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाहरी इलाकों में कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर के डेवेलपमेंट ने इनकी प्रॉपर्टी वैल्यू को बढ़ाया है। साथ ही, यहां बड़े और मॉडर्न प्रोजेक्ट्स लॉन्च हुए हैं जो ग्राहकों की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर बनाए गए थे।
इसी के असर से देश के बाकी बड़े हाउसिंग मार्केट्स के बाहरी इलाकों में भी प्रॉपर्टी में तेज ग्रोथ दर्ज की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक
-पुणे के वागोली में 6 साल में कीमतें 37 फीसदी
-कोलकाता के मध्यमग्राम में 43 परसेंट
-चेन्नई के नवालूर में 54 फीसदी
-बेंगलुरु के गुंजूर में 69 परसेंट
-थानिसंद्रा मेन रोड पर 62 फीसदी
-हैदराबाद के गाचीबोवली औरकोंडापुर में 86 परसेंट बढ़े हैं
माना जा रहा है कि अगर ये ट्रेंड जारी रहा तो आने वाले समय में बाहरी इलाकों में भी ग्राहकों को किफायती ऑप्शन्स मिलना मुश्किल हो सकता है।