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MPox : मंकीपॉक्स से लड़ने के लिए निकाल दी है भारत ने RT-PCR KIT

2019 में आए कोविड-19 के बाद अब कई देशों में मंकीपॉक्स का क़हर छा रहा है। मंकीपॉक्स जैसी महामारी साउथ अफ़्रीका से आयी है जो अब विश्वभर में अपना क़हर बरसा रही है। ये एक ऐसी बीमारी है जिसकी अभी तक कोई दवा भी नहीं उपलब्ध थी। इसी कारण World Health Organization (WHO) ने विश्वभर में इमरजेंसी घोषित कर दी है। ये बीमारी तेज़ी से फेल सकती है और इससे मौत की संख्या बढ़ सकती है।

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: मंकीपॉक्स से लड़ने के लिए निकाल दी है भारत ने RT-PCR KIT
: मंकीपॉक्स से लड़ने के लिए निकाल दी है भारत ने RT-PCR KIT

2019 में आए कोविड-19 के बाद अब कई देशों में मंकीपॉक्स का क़हर छा रहा है। मंकीपॉक्स जैसी महामारी साउथ अफ़्रीका से आयी है जो अब विश्वभर में अपना क़हर बरसा रही है। ये एक ऐसी बीमारी है जिसकी अभी तक कोई दवा भी नहीं उपलब्ध थी। इसी कारण World Health Organization (WHO) ने विश्वभर में इमरजेंसी घोषित कर दी है। ये बीमारी तेज़ी से फेल सकती है और इससे मौत की संख्या बढ़ सकती है। 

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भारत ने अपनी स्वदेशी RT-PCR KIT को लाँच कर दिया है

इस महामारी से लड़ने के लिए भारत ने अपनी स्वदेशी RT-PCR KIT को लाँच कर दिया है जिसे केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने मंज़ूरी दे दी है। इस किट को Make in India स्कीम की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। सीमेंस हेल्थनियर्स के द्वारा बनाई गई इस किट को वडोदरा में बनाया जाएगा। ये किट वायरस मंकीपॉक्स क्लैड 1 और 2 को पता लगा लेगा। सीमेंस हेल्थनियर्स  की फैक्ट्री हर वर्ष 10 लाख किट को बना सकती है। 

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RT-PCR KIT महज़ 40 मिनट में वायरस का पता लगा लेगी

RT-PCR KIT महज़ 40 मिनट में वायरस का पता लगा लेगी। ये किट पुरानी किटों से ज़्यादा भरोसेमंद और ज़्यादा सटीक है। इसके नतीजों पर पहले की किटों के मुताबिक़ विश्वास किया जा सकता है। चूँकि ये किट जल्दी वायरस का पता लगा पाएगी इसलिए इस किट के कारण इलाज भी जल्दी शुरू किया जा सकता है।