करीमगंज जिले का नाम अब 'श्रीभूमि' होगा
असम सरकार ने मंगलवार को बड़ा कदम उठाते हुए करीमगंज जिले का नाम बदलकर 'श्रीभूमि' करने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया पर इस बदलाव की घोषणा की। उन्होंने कहा, "करीब 100 साल पहले, रवींद्रनाथ टैगोर ने आधुनिक करीमगंज को 'श्रीभूमि'—मां लक्ष्मी की भूमि—के रूप में वर्णित किया था।"

असम सरकार ने मंगलवार को बड़ा कदम उठाते हुए करीमगंज जिले का नाम बदलकर 'श्रीभूमि' करने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया पर इस बदलाव की घोषणा की। उन्होंने कहा, "करीब 100 साल पहले, रवींद्रनाथ टैगोर ने आधुनिक करीमगंज को 'श्रीभूमि'—मां लक्ष्मी की भूमि—के रूप में वर्णित किया था।"
यह फैसला कैबिनेट की बैठक में लिया गया, जिसमें मुख्यमंत्री ने इसे जिले के नागरिकों की पुरानी मांग को पूरा करने वाला कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह बदलाव जिले के लोगों की आकांक्षाओं और संस्कृति को दर्शाएगा।
पृष्ठभूमि और प्रतिक्रिया
करीमगंज जिले का यह नया नाम कवि रवींद्रनाथ टैगोर को सम्मानित करने के लिए रखा गया है।
करीमगंज निर्वाचन क्षेत्र से वर्तमान में भाजपा सांसद कृपानाथ मल्लाह हैं।
हाल ही में अन्य नाम परिवर्तन
केंद्र सरकार द्वारा सितंबर में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर 'श्री विजया पुरम' रखा गया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे भारत को औपनिवेशिक नामों से मुक्त करने के प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण का हिस्सा बताया था।
यह कदम असम के सामाजिक और सांस्कृतिक इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगा।

