
Britain का ये शहर हो गया है दिवालिया !
भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक ने बर्मिंघम सिटी के दिवालिया होने की खबरों पर अपनी पहली टिप्पणी की है। बर्मिंघम मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने इस हालत के लिए लेबर एडमिनिस्ट्रेशन को जिम्मेदार ठहराया है।

भारत पर लगभग 200 साल राज करने वाला देश ब्रिटेन आज आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। ब्रिटेन के ऐसा शहर दिवालिया हो गया है जिसने कोमन वैल्थ गेम होस्ट किया था और आज दिवालिया हो गया है। जी हां ये हम नहीं कह रहें है ये ब्रिटेन के सिटी काउंसिल ने खुद माना है। मामला ये है कि ब्रिटेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर Birmingham दिवालिया हो गया है और मंगलवार को धारा 114 नोटिस दायर किया। इस नोटिस के मुताबिक, शहर में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी खर्चों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। बर्मिंघम सिटी काउंसिल, विपक्षी लेबर पार्टी वहां सत्ता में है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बर्मिंघम शहर ने 760 मिलियन पाउंड तक के समान वेतन दावे प्राप्त होने के बाद सभी गैर-जरूरी खर्चों को बंद करके यह घोषणा की।
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नोटिस रिपोर्ट के अनुसार, 650 मिलियन पाउंड और 760 मिलियन पाउंड के बीच समान वेतन दावों का भुगतान करने में कठिनाई के कारण घाटा हुआ। वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए, शहर को अब 87 मिलियन पाउंड के घाटे का अनुमान है। काउंसिल की उप नेता, शेरोन थॉम्पसन ने मंगलवार को पार्षदों से कहा कि वह 'काउंसिल की ऐतिहासिक समान वेतन देनदारी चिंताओं सहित लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों' का सामना कर रही हैं।सीएनएन ने यूके की पीए मीडिया समाचार एजेंसी का हवाले से यह जानकारी दी। थॉम्पसन ने कुछ हद तक इसका दोष ब्रिटेन की कंजर्वेटिव पार्टी पर भी डाला, उन्होंने कहा कि बर्मिंघम में 'कंजर्वेटिव सरकारों द्वारा 1 बिलियन पाउंड की फंडिंग छीन ली गई। परिषद महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रही है, लेकिन शहर अभी भी व्यापार के लिए खुला है और हम लोगों का स्वागत कर रहे हैं।

बिट्रेन के इस सबसे बड़े मल्टीकल्चरल शहर ने ही पिछले साल राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी की थी। अब इसकी बदहाल आर्थिक स्थिति ने सभी को चौंका दिया है। इस साल जून 2023 में, समान वेतन के दावों को निपटाने के लिए 760 मिलियन पाउंड तक का भुगतान किए जाने की बात सामने आई थी, जिसके बाद सिटी काउंसिल ने कहा था कि वह सरकार के साथ इस मामले को लेकर बातचीत कर रही है। भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधान मंत्री Rishi Sunak ने बर्मिंघम सिटी के दिवालिया होने की खबरों पर अपनी पहली टिप्पणी की है। बर्मिंघम मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने इस हालत के लिए लेबर एडमिनिस्ट्रेशन को जिम्मेदार ठहराया है।
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