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Smallcap का जादू सिर चढ़कर बोला, इस बुलरन में जमकर बने पैसे

स्मॉल कैप पर ऐसी कृपा हुई कि निवेशकों ने दांतों तले उंगलियां दबा लीं। स्मॉल कैप स्टॉक्स में आई तेजी की आंधी ने निवेशकों को मालामाल कर दिया। स्मॉल कैप के सिर्फ 25 स्टॉक्स को ही देख लें तो 1 जनवरी से अबतक ये 100 से ज्यादा प्रतिशत के दमदार रिटर्न दे चुके हैं।

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स्मॉल कैप का शोर सिर चढ़कर बोल रहा है।
स्मॉल कैप का शोर सिर चढ़कर बोल रहा है।

स्मॉल कैप का शोर सिर चढ़कर बोल रहा है। इस बार तो स्मॉल कैप पर ऐसी कृपा हुई कि निवेशकों ने दांतों तले उंगलियां दबा लीं। स्मॉल कैप स्टॉक्स में आई तेजी की आंधी ने निवेशकों को मालामाल कर दिया। स्मॉल कैप के सिर्फ 25 स्टॉक्स को ही देख लें तो 1 जनवरी से अबतक ये 100 से ज्यादा प्रतिशत के दमदार रिटर्न दे चुके हैं। जरा गौर फरमाइयेगा। 

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Jindal Saw Limited - 180%
Olectra GreenTech - 180%
Ddev Plastiks Industries - 126%
Patel Engineering Limited - 177%
JBM Auto Limited- 167%
Waaree Renewable Technologies - 165%
Datamatics Global Services Limited - 140%
Repro India - 111%
Kaynes Technology India - 131%
Asian Oilfield Services - 102%

ये तो सिर्फ 10 स्टॉक्स की झांकी थी, ये पिक्चर उन 25 की भी नहीं बल्कि तमाम उन स्मॉल कैप शेयरों की है। जिन्होंने छप्परफाड़ रिटर्न दिया।

अब ऐसे में कई जरूरी सवाल हैं। पहला - सबसे बेसिक और जरूरी सवाल - स्मॉल कैप में ये तेजी आगे भी जारी रहेगी? दूसरा सवाल - ऐसे कौन से स्टॉक्स हैं जो स्मॉल कैप से मिड कैप बनने की क्षमता रखते हैं? तीसरा सवाल - इस बाजार की तेजी में बिना सिर-पैर वाले स्टॉक भी भागे, ऐसे किन स्मॉल कैप शेयरों से बचने की जरूरत है? क्योंकि ये आपने समझ लिया तो यकीन मानिए मौके और धोखे में अंतर ताउम्र के लिए क्लीयर हो जाएगा। और भी कई जरूरी सवाल हैं जिनके जवाब आपको मिल जाए तो न इस बुल रन में बल्कि आने वाले कई बुल्स रन का आप हिस्सा बन सकते हैं। 

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तो सबसे पहले कुछ आंकड़ों पर गौर कीजिए ताकि आपको स्मॉल कैप की ताकत समझ में आए। निफ्टी 50 ने जहां इन 6 महीनों में 8.30% का रिटर्न दिया, तो सेंसेक्स ने करीब 8.90% का रिटर्न दिया। BSE स्मॉलकैप ने 17% से ज्यादा रिटर्न दिया है। यानि निफ्टी और सेंसेक्स से डबल रिटर्न। Association of Mutual Funds in India के मुताबिक अप्रैल जून तिमाही के दौरान स्मॉल कैप स्कीम में नेट इनफ्लो 11 हजार करोड़ रुपये के करीब रहा है। वहीं तिमाही के दौरान लार्ज कैप फंड्स से निवेशकों ने 3360 करोड़ रुपये के करीब निकाल लिए हैं। एक निवेश हो रहा है, दूसरी तरफ निकाला जा रहा है। छोटे शेयरों में निवेश का ये रुख लगातार जारी है। स्मॉल कैप फंड्स में मार्च तिमाही में 6932 करोड़ रुपये का निवेश आया था। 

सवालों के जवाब जानने के लिए Axis Mutual Fund के सीनियर फंड मैनेजर Shreyash Develkar से खास चर्चा हुई।

सवाल - जिस तरह की स्मॉल कैप में बुल रन देखा गया, क्या ये तेजी आगे भी जारी रहेगी?
जवाब - जो स्मॉल कैप में निवेश करना चाहते हैं। तो दो पैरामीटर हैं। थोड़ी अवधि के लिए बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। वहीं लंबी अवधि के लिए 5 से 7 साल की रणनीति बनाने की सलाह रहेगी। स्मॉल कैप में लंबी अवधि में ही अच्छे रिटर्न मिलते हैं। 

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सवाल - ऐसे कौन से स्टॉक्स या फिर सेक्टर्स हैं जो स्मॉल कैप से मिड कैप बनने की क्षमता रखते हैं? 
जवाब - कोई भी स्टॉक लेते वक्त हम जरूर देखते हैं कि कंपनी में स्मॉल कैप से मिड कैप बनने की कितनी क्षमता है। इसको समझने के तीन तरीके हैं। पहला - ऐसी कंपनियां, जहां सेक्टर्स बड़े हैं और कंपनियां बहुत छोटी हैं। इस कंपनियों का बारीकी से विश्लेषण करना चाहिए। Niche ऑफिरिंग या वैल्यू एडिशन है तो उनमें आगे बढ़ने की क्षमता होती है। दूसरा - ऐसे सेगमेंट, जहां बड़े सेक्टर्स रहते हैं पर ऑर्नगनाइज्ड नहीं रहते। कंपनियों की ओर से अच्छा रिटर्न मिलता है। अच्छी तरह से बिजनेस किया जाए तो तो बड़ा फायदा मिलता है। तीसरा- एक्सपोर्ट, मैन्युफैक्चिरंग वाली कंपनियों में बढ़ने की क्षमता है। खासकर वो जो एक्सपोर्ट करने की क्षमता ग्लबोल लेवल पर रखती हैं।

सवाल - इस बाजार की तेजी में बिना सिर-पैर वाले स्टॉक भी भागे हैं? ऐसे में किन स्मॉल कैप शेयरों से बचने की जरूरत है? 
जवाब - जब भी हम किसी कंपनी में निवेश करते हैं तो बिजनेस क्वालिटी, कॉरपोरेट गवर्नेंस, मैनेजमेंट क्वालिटी, वैल्यूएशन देखते हैं। कॉरपोरेट गवर्नेंस और मैनेजमेंट पर खास ध्यान रखना चाहिए। प्रमोटर्स का हिस्टोरियल रिकॉर्ड भी देखना जरूरी है। कमोडिटी से जुड़ी कंपनी में अचानक से तेजी और गिरावट आती हैं। उनसे दूर रहना चाहिए।  खासकर B2B सेगमेंट से। 

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सवाल - EV हो या फिर रेन्यूएबल थीम ने ईयर टू डेट के हिसाब से पैसा डबल करके दिया है। तो ऐसे में स्मॉल कैप में कौन से सेक्टर्स हैं, जहां नए ट्रेंड तलाशे जा सकते हैं?
जवाब - लॉर्ज कैप में ज्यादातर कंजम्प्शन से जुड़ी कंपनियां होती हैं। वहीं स्मॉल कैप में B2B कंपनियां। मैन्युफैक्चरिंग में खास तौर पर केमिकल सेक्टर महत्वपूर्ण है। ये साल 2016 से चल रहा है। मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट में ऑटो एंसिलरी, खास तौर पर जो एक्सपोर्ट करती हैं, उन पर ध्यान देने की जरूरत है। पावर सेक्टर में EV हो या फिर रेन्यूएबल बेहद खास हैं। थीम के हिसाब से निवेश करने में सतर्कता बरतनी की जरूरत है। थीम के पीछे कई बार मार्केट दौड़ता है, लेकिन ये देखना होगा कि क्या उस सेक्टर में क्षमता है या नहीं। फाइनेंशियल सेक्टर में माइक्रो फाइनेंस में जो छोटी साइज के लोन बांटने वाली कंपनियां अहम है। 

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डिस्क्लेमर: हमारी ओर से कहीं भी निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है। निवेश करने से पहले अपने आर्थिक सलाहकार से राय जरूर लें।

Axis Mutual Fund के सीनियर फंड मैनेजर Shreyash Develkar (फाईल फोटो) 
Axis Mutual Fund के सीनियर फंड मैनेजर Shreyash Develkar (फाईल फोटो)