
Paytm युजर्स का वॉलेट होगा दूसरे बैंक से लिंक
RBI ने कहा कि यदि NPCI पेटीएम को TPAP का दर्जा देता है, तो फिर '@paytm' हैंडल के यूजर्स को बिना किसी दिक्कत के पेटीएम पेमेंट्स बैंक से नए बैंकों में माइग्रेट किया जाएगा। इसके लिए RBI ने NPCI से 4-5 पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बैंकों की पहचान करने को कहा है, जो हाई वॉल्यूम को संभाल सकें।

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि 80 से 85 प्रतिशत पेटीएम वॉलेट यूजर्स को रेगुलेटरी एक्शन के कारण किसी भी प्रकार दिक्कत का नहीं होने दिया जाएगा । जबकि, बाकी 15% यूजर्स को अन्य बैंकों से लिंक किया जाएगा। गर्वनर के अनुसार पेटीएम को अन्य बैंकों के साथ टाई-अप करने के लिए 15 मार्च तक का समय दिया गया है। कंपनी के पास पर्याप्त समय है, जिसे आगे बढ़ाने की कोई आवश्यकता नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने इस बात से इनकार किया कि RBI फिनटेक कंपनियों के खिलाफ है।

शक्तिकांत दास ने कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर की गई कार्रवाई रेगुलेशन का मामला है। यह फिनटेक कंपनियों के खिलाफ नहीं थी। मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि यह कहानी क्यों बनाई गई है कि आरबीआई ने एक फिनटेक कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की है।
आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट बैंक में डिपॉजिट और अन्य ट्रांजैक्शंस की डेडलाइन को 15 मार्च तक बढ़ा दिया है। 16 फरवरी को RBI ने इसे लेकर एक सर्कुलर जारी किया था। पिछले कुछ दिनों में सेंट्रल बैंक को लोगों के बहुत सारे सवाल भी मिले थे। उसके आधार पर आरबीआई ने एक FAQ (सवाल-जवाब) भी जारी किया था।
इससे पहले 31 जनवरी को जारी सर्कुलर में आरबीआई ने कहा था कि 29 फरवरी के बाद पेटीएम पेमेंट बैंक के अकाउंट में पैसा जमा नहीं किया जा सकेगा। इस बैंक के जरिए वॉलेट, प्रीपेड सर्विसेज, फास्टैग और दूसरी सर्विसेज में पैसा नहीं डाला जा सकेगा।
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस मोबाइल फोन से इंटर-बैंक ट्रांजेक्शंस की फैसिलिटी के लिए NPCI द्वारा डेवलप एक इंस्टेंट रियल टाइम पेमेंट्स सिस्टम है।
RBI ने कहा कि यदि NPCI पेटीएम को TPAP का दर्जा देता है, तो फिर '@paytm' हैंडल के यूजर्स को बिना किसी दिक्कत के पेटीएम पेमेंट्स बैंक से नए बैंकों में माइग्रेट किया जाएगा।इसके लिए RBI ने NPCI से 4-5 पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बैंकों की पहचान करने को कहा है, जो हाई वॉल्यूम को संभाल सकें।पेटीएम के खिलाफ RBI के आदेश की खास बातें
15 मार्च 2024 के बाद किसी भी कस्टमर अकाउंट, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, वॉलेट, फास्टैग, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड आदि में कोई और जमा या क्रेडिट ट्रांजैक्शन या टॉप अप की परमिशन नहीं होगी। वहीं इंटरेस्ट, कैशबैक, पार्टनर बैंकों से स्वीप इन या रिफंड कभी भी अकाउंट में क्रेडिट हो सकेगा।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ग्राहकों के सेविंग अकाउंट, करंट अकाउंट, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, फास्टैग, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड आदि में मौजूद पैसों के विड्रॉल या उपयोग पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है। बैलेंस अवेलेबल होने तक इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा।
दूसरे नंबर के पॉइंट में बताई गई सर्विसेज के अलावा 15 मार्च 2024 के बाद कोई भी बैंकिंग सर्विस प्रोवाइड करने की अनुमति पेटीएम पेमेंट बैंक के पास नहीं होगी। UPI सुविधा भी 15 मार्च के बाद नहीं दी जा सकेगी।
वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड और पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड के नोडल अकाउंट्स को 29 फरवरी 2024 से पहले बंद कर दिया जाएगा। पाइपलाइन में मौजूद ट्रांजैक्शन और नोडल अकाउंट का सेटलमेंट 15 मार्च 2024 तक पूरा किया जाएगा। उसके बाद कोई और ट्रांजैक्शन की अनुमति नहीं होगी।
इस बीच पेटीएम की पैरेंट कंपनी 'वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड' और पेटीएम पेमेंट बैंक लिमिटेड (PPBL) ने आपसी सहमति से कई एग्रीमेंट खत्म करने पर सहमति जताई है। PPBL के खिलाफ नियामक कार्रवाई के बीच आपसी निर्भरता कम करने के लिए ग्रुप एंटीटीज के साथ विभिन्न इंटर-कंपनी एग्रीमेंट को भी खत्म करने पर सहमत हुए हैं।
इसके अलावा शेयरहोल्डिंग एग्रीमेंट को सरल बनाने पर भी सहमत हुए हैं। वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसके बारे में जानकारी दी। इसका मतलब है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक और पेटीएम से अलग इंडिपेंडेंट एंटिटी के तौर पर काम करेगी।
पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने 26 फरवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड से रिजाइन कर दिया है। वे बैंक के पार्ट टाइम नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन थे। उनके इस्तीफे के बाद बैंक का नया बोर्ड बनाया गया है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक अब जल्द ही नए चेयरमैन की नियुक्ति की प्रोसेस शुरू करेगा।