Paytm ने बदली अपने लोन बिजनेस की स्ट्रैटजी,क्या होगी नयी पॉलिसी,पढ़िए पूरी खबर
वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में पेटीएम प्लेटफॉर्म के जरिए लोन लेने वाले यूनीक यूजर्स की संख्या 1.18 करोड़ तक पहुंच गई। इस दौरान 16,211 करोड़ रुपए का लोन डिस्ट्रीब्यूट किया। साल-दर-साल आधार पर यह 122% की बढ़ोतरी है।

Paytm अब अपने Loan Business को बढ़ा रही है। 6 दिसंबर को कंपनी ने बताया कि इसके लिए वो बड़े बैंकों और NBFCs के साथ मिलकर बड़े साइज के पर्सनल लोन और मर्चेंट लोन ऑफर करेगी। इसमें लोअर रिस्क और हाई क्रेडिट वर्थी कस्टमर्स को टारगेट किया जाएगा। 50,000 से कम टिकट साइज के लोन डिस्ट्रीब्यूशन को वो कम करेगी। NBFC, यानी नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी ऐसी कंपनियां होती हैं जो विभिन्न बैंकिंग सेवाएं प्रदान करती हैं लेकिन उनके पास बैंकिंग लाइसेंस नहीं होता है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, लोन डिस्ट्रीब्यूशन के लिए उसके आदित्य बिरला कैपिटल, हीरो फिनकॉर्प, टाटा कैपिटल और फाइब जैसे NBFC पार्टनर हैं। वे एक बड़े बैंक को भी इंटीग्रेट करने की प्रोसेस में हैं। कंपनी के SBI और HDFC जैसे क्रेडिट कार्ड पार्टनर भी हैं। वह एक और बैंक के साथ पार्टनरशिप करने की प्रोसेस में है। पेटीएम ऐप के जरिए एप्लाय करने पर ही ये कार्ड इश्यू होते हैं। इन कार्ड्स में पेटीएम कैशबैक, फ्री एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस और फ्यूल सरचार्ज वेवर जैसे बेनिफिट देता है।
Also Read: Lamborghini Revuelto भारत में ₹8.89 करोड़ में लॉन्च, क्या है इसकी खासियत पढ़िए पूरी खबर
पेटीएम अपनी पोस्टपेड सर्विस भी ऑफर करता है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पेटीएम ने पोस्टपेड ऑपरेशन को अस्थायी रूप से रोक दिया है। हाल ही में रिजर्व बैंक ने बैंकों और NBFCs के कंज्यूमर लोन पर क्रेडिट रिस्क वेटेज को 25% बढ़ा दिया था। इससे NBFC ज्यादा सतर्क हो गई है और पेटीएम के एक मेजर NBFC पार्टनर ने पार्टनरशिप से हाथ खींच लिया है। इस कारण पोस्टपेड ऑपरेशन प्रभावित हुए हैं। पेटीएम का फाइनेंशियल सर्विसेज और अन्य से रेवेन्यू सालाना आधार पर 64% बढ़कर 571 करोड़ रुपए हो गया। वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में पेटीएम प्लेटफॉर्म के जरिए लोन लेने वाले यूनीक यूजर्स की संख्या 1.18 करोड़ तक पहुंच गई। इस दौरान 16,211 करोड़ रुपए का लोन डिस्ट्रीब्यूट किया। साल-दर-साल आधार पर यह 122% की बढ़ोतरी है।