Delta Corp Share: भारत का ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर 28% GST को पचा पाएगा?
क्या कई कंपनियां बंद हो जाएंगी या दूसरे देशों में स्थानांतरित हो जाएंगी? क्या गेमिंग उद्योग क्रिप्टो मार्ग पर चलेगा? ये ऐसे सवाल हैं जो उद्योग जगत में घूम रहे हैं। जाहिर है, गेमिंग कंपनियां अब तक की सबसे कठिन परीक्षा का सामना कर रही हैं। इस बीच, जबकि गेमिंग क्षेत्र कर संकट से जूझ रहा है, इक्विटी बाजार वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) की बाढ़ की उम्मीद कर रहे थी।

भारत में गेमिंग सेक्टर एक अलग तरह से संकट में फंस गया है। किसी ने सोचा नहीं था कि रातों-रात गेमिंग सेक्टर में इतना बदलाव होगा कि कंपनियां इनको झेलने के लिए तैयार नहीं हो पाएगी। एक रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2027 तक यह .6 बिलियन हो जाएगा, जो 27 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ रहा है। स्किल के ऑनलाइन गेम पर पहले 18 प्रतिशत जीएसटी लगता था, और चांस ( Non Skill) वाले गेम पर 28 प्रतिशत टैक्स लगता था, जीएसटी परिषद ने 1 अक्टूबर, 2023 से सभी वास्तविक-पैसे वाले ऑनलाइन गेमिंग को 28 प्रतिशत जीएसटी के दायरे में ला दिया है। टैक्स अधिकारियों का मानना है कि सभी खेल जुए के जैसे हैं। Skill का खेल और चांस वाले खेल के बीच अस्पष्टता के कारण मुकदमेबाजी लंबी भी चल सकती थी इसलिए सब पर 28 परसेंट जीएसटी लगा दिया गया है।
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गेमिंग उद्योग ने कई यूनिकॉर्न्स को भी जन्म दिया है - अव्यवस्था में डाल दिया है, अब सवाल ये है कि क्या कंपनियां अब अपना कारोबार समेटेगी।
क्या कई कंपनियां बंद हो जाएंगी या दूसरे देशों में स्थानांतरित हो जाएंगी? क्या गेमिंग उद्योग क्रिप्टो मार्ग पर चलेगा? ये ऐसे सवाल हैं जो उद्योग जगत में घूम रहे हैं। जाहिर है, गेमिंग कंपनियां अब तक की सबसे कठिन परीक्षा का सामना कर रही हैं। इस बीच, जबकि गेमिंग क्षेत्र कर संकट से जूझ रहा है, इक्विटी बाजार वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) की बाढ़ की उम्मीद कर रहे थी। कई कंपनियां अपना आईपीओ लाने की कोशिश कर रही थी लेकिन अब जीएसटी के कारण गेमिंग कंपनियों के आईपीओ भी ठंडे बस्ते में चले गए हैं।