
बिजली कौटती को लेकर नाराज CM योगी, मंत्री समेत अधिकारियों को जमकर लगायी फटकार, जारी किये निर्देश
उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों से बिजली कटौती को लेकर बवाल हो रहा है, राज्य में बिजली की खपत बढ़ते ही कटौती का सिलसिला शुरू हो गया, दिन में कई बार बिना किसी सूचना के कई घंटों के लिए बिजली गुल हो रही है, जिससे लोग काफी परेशान हैं। बिजली कटौती की शिकायतें मिलने से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी नाराज हैं, उन्होंने बिजली वितरण को लेकर राज्य के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (UPPCL) के अध्यक्ष M देवराज को बुलाकर निर्देश दिया कि ये सुनिश्चित किया जाए कि राज्य में बिजली की कोई कमी न हो, बिजली कटौती न हो।

Uttar Pradesh में पिछले कई दिनों से बिजली कटौती को लेकर बवाल हो रहा है, राज्य में बिजली की खपत बढ़ते ही कटौती का सिलसिला शुरू हो गया, दिन में कई बार बिना किसी सूचना के कई घंटों के लिए बिजली गुल हो रही है, जिससे लोग काफी परेशान हैं। बिजली कटौती की शिकायतें मिलने से मुख्यमंत्री Yogi Adityanath काफी नाराज हैं, उन्होंने बिजली वितरण को लेकर राज्य के ऊर्जा मंत्री AK Sharma और उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (UPPCL) के अध्यक्ष M Devraj को बुलाकर निर्देश दिया कि ये सुनिश्चित किया जाए कि राज्य में बिजली की कोई कमी न हो, बिजली कटौती न हो। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जहां कहीं भी कोई ट्रांसफॉर्मर खराब हो, चाहे वो शहर हो या गांव, उसे तुरंत बदला जाए।
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योगी आदित्यनाथ ने राज्य में पावर सिस्टम पॉलिसी को जल्द से जल्द लागू करने का भी निर्देश दिया है, इस पॉलिसी के तहत, जिला हेडक्वाटर में 24 घंटे बिजली सप्लाई की जानी चाहिए, वहीं तहसील हेडक्वॉर्टर में 22 घंटे और ग्रामीण इलाकों में 18 घंटे बिजली मुहैया कराई जानी चाहिए, उन्होंने ये भी कहा कि बिजली को रोस्टर के मुताबिक उपलब्ध कराया जाना चाहिए। राज्य की बिजली समस्या पर मुख्यमंत्री का कहना है कि राज्य में कोई बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर बिजली खरीद कर लोगों को मुहैय्या कराई जानी चाहिए। बिजली वितरण को लेकर मुख्यमंत्री ने जवाबदेही तय करने का भी आदेश दिया है, उन्होंने कहा कि फीडर के हिसाब से अधिकारियों की जवाबदेही तय हो, साथ ही, मामले से जुड़े अधिकारियों को हर जिले की स्थिति का रोजाना जायजा लेना होगा और हर जिले में कंट्रोल रूम भी सेटअप किया जाना चाहिए।

उत्तर प्रदेश में बिजली की अचानक और लगातार कटौती की वजह है मांग में आई अप्रत्याशित बढ़ोतरी, ये कहना था राज्य उर्जा मंत्री एके शर्मा का, उन्होंने ट्वीट करके जानकारी दी कि जून में 27610 MW की खपत चल रही है, जबकि पिछले साल जून में मांग का आंकड़ा 26369 MW था, बिजली की ये मांग एतिहासिक रूप से ज्यादा है। उन्होंने ये भी बताया कि इस साल बिजली की न्यूनतम मांग 18701 MW है जो कि पिछले कई वर्षों की अधिकतम मांग से भी ज़्यादा है।
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