Fancy Plate Number: आपकी कार या बाइक का नंबर होगा सबसे हटकर,फैंसी नंबर प्लेट के लिए बस ऐसे करें अप्लाई
हर कोई चाहता है कि उसकी गाड़ी का नंबर प्लेट सबसे अलग हो। कई लोगों को शौक होता है कि उनके पास VIP नंबर है। हम आपको आर्टिकल में बताएंगे कि आप फैंसी नंबर प्लेट कैसे ले सकते हैं।

जब भी रोड पर कोई ऐसी गाड़ी गुजरती है जिसकी नबंर प्लेट काफी यूनिक होता है तो हमारे मन में भी इस तरह के नंबर प्लेट पाने की चाहत होती है। कई लोगों को शौक होता है कि उनकी गाड़ी का नंबर प्लेट फैंसी (Fancy Number plate for Car and Bike) हो। अगर आप भी अपनी कार या बाइक का नंबर प्लेट फैंसी बनाना चाहते हैं तो हम आपको बताएंगे कि आप कैसे फैंसी नंबर प्लेट पा सकते हैं।
फैंसी नंबर प्लेट के लिए फॉलो करें ये प्रोसेस (Fancy Number Plate Booking Process)
स्टेप 1: आपको सबसे पहले परिवहन सेवा वेबसाइट (Parivahan Sewa website) जाकर अप्लाई करना होगा। यहां आपको मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी की मदद से न्यू अकाउंट बनाए। इसके बाद ओटीपी के जरिये रजिस्ट्रेशन प्रोसेस को पूरा करना होगा।
स्टेप 2: अकाउंट बनाने के बाद अपने राज्य को सेलेक्ट करके रजिस्टर करें। रजिस्ट्रेशन में आपको बताना होगा कि आपका व्हीकल प्राइवेट है या फिर कमर्शियल है। यह सभी जानकारी देने के बाद नंबर प्लेट सीरीज पर जाकर मौजूदा सीरीज में अवेलेबल नंबरों लिस्ट देंखें। अब अपने पसंद के नंबर को सेलेक्ट करें। अगर आपको कोई नंबर पसंद नहीं आता है तो आपको अगली सीरीज का इंतजार करना होगा।
स्टेप 3: अब अपने पसंद के नंबर को सेलेक्ट करने के बाद पेमेंट गेटवे में जाकर पेमेंट करें। पेमेंट करने के बाद रिसीप्ट जनरेट होगी। इस रिसीप्ट को डाउनलोड या फिर प्रिंट कर लें।
स्टेप 4: पेमेंट रिसीप्ट का प्रिंटआउट अपने व्हीकल डीलर कोड के पास डिपॉजिट करवा लें। डीलर को व्हीकल रजिस्ट्रेशन के समय यह रिसीप्ट ARTO (Assistant Regional Transport Office) में दिखाना होगा। इसके बाद आपके द्वारा चुना गया व्हीकल नंबर अलॉट हो जाएगा। आपका फैंसी नंबर जैसे ही ARTO में बुक होता है आपको करीब 1 महीने के भीतर अपने व्हीकल को ARTO ऑफिश में पेश करना होगा। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका नंबर रद्द हो सकता है और एडवांस में जो अमाउंट दिया था वो भी जब्त हो सकता है।
आपको बता दें व्हीकल के फैंसी नंबर अलग होते हैं। इन नंबर की कीमत अलग-अलग होती है। कई फैंसी नंबर की कीमत 1,500 होती है तो वहीं कुछ की कीमत लाखों में होती है। ऐसे में आपको अपने प्रेफरेंस और बजट के हिसाब से नंबर को सेलेक्ट करना चाहिए। नंबर का अलॉटमेंट पहले पाओ-पहले पाओ (First-come, first-served basis) के आधार पर होती है।